Rajasthan Coronavirus News Update: राजस्थान में दोपहर दो बजे तक 152 मामले सामने आए, अब तक मरीजों की संख्या 4278 हो गई है
राजस्थान में आज दोपहर दो बजे तक 152 मामले सामने आए हैं और तीन लोगों की मौत हो गई है। राज्य में मरीजों की संख्या 4278 हो गई है। इनमें से 1699 पॉजिटिव केस हैं।
जागरण संवाददाता,जयपुर। राजस्थान में आज दोपहर दो बजे तक 152 मामले सामने आए हैं और तीन लोगों की मौत हो गई है। राज्य में मरीजों की संख्या 4278 हो गई है। इनमें से 1699 पॉजिटिव केस हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी है।
राजस्थान में बुधवार सुबह 87 कोरोना संक्रमित मिले। अब तक 117 की मौत और 4213 पॉजिटिव मिले है। प्रदेश के 33 में से 31 जिलों में संक्रमण फैल चुका है। राजस्थान में कोरोना संक्रमण फैलने के साथ ही मरीजों की रिकवरी भी तेजी से हो रही है।
राजस्थान में बुधवार सुबह 87 कोरोना संक्रमित मिले। अब तक 117 की मौत और 4213 पॉजिटिव मिले है।जयपुर 32, उदयपुर 12, कोटा 3, पाली 24, बांसवाड़ा 1, राजसमंद 7, सवाईमाधोपुर 5, टोंक 1, नागौर 1, भरतपुर 1 । प्रदेश के 33 में से 31 जिलों में संक्रमण फैल चुका है।
मंगलवार को 4 लोगों की मौत के साथ ही 138 नये पॉजिटिव केस सामन आए । प्रदेश में अब तक 117 लोगों की कोरोना के कारण मौत हुई,वहीं कुल संक्रमितों का आंकड़ा 4126 पहुंच गया। 2326 लोग उपचार के बाद रिकवर हुए हैं ।
राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा का कहना है कि जिस गति से नये मरीज आ रहे हैं,उससे तेज गति से पुराने मरीज रिकवर हो रहे हैं ।प्रदेश में रिकवरी रेट 60 फीसदी के करीब पहुंच गई,जबकि देश का औसत रिकवरी रेट 30 फीसदी है ।
माता-पिता भर्ती तो नर्स नवजात को संभाल रही
उदयपुर में एमबी अस्पताल में भर्ती नवजात के माता-पिता कोरोनावायरस संक्रमित हैं। ऐसे में यहां नवजात को नर्स रीना चोपड़ा, मीनाक्षी भट्ट संभाल रही हैं। यह दंपती मोहली चौहट्टा के कुम्हारवाड़ा के रहने वाले हैं। वे बताते हैं कि 9 मई को आरएनटी मेडिकल कॉलेज के जनाना अस्पताल में सीजेरियन प्रसव हुआ। इसके बाद दोनों की कोरोना संक्रमित रिपोर्ट आई। नवजात की मां ने बताया कि मैंने तो सिर्फ जन्म दिया है, ये नर्सें मेरे बच्चे को मां की तरह पाल रही हैं। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में एनेस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष डॉ. फरीद अहमद ने 22 दिन में कोरोना को मात दे दी। इनकी उम्र 63 साल है। वह भी तब, जब उन्हें लंग्स इन्फेक्शन, बीपी और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी भी थी। 4 मई को जिन दो मरीजों को प्लाज्मा थैरेपी दी गई उनमें एक डॉ. फरीद भी थे। अब थैरेपी के 7 दिन बाद वे रिकवर होकर घर पहुंच गए। प्लाज्मा थैरेपी से रिकवर होकर डिस्चार्ज होने का प्रदेश में यह पहला मामला है।