Rajasthan Coronavirus : राजस्थान में कोराना के 2148 नए मामले आए सामने, वहीं 15 लोगों की मौत
राजस्थान में 1 लाख 33 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित हुए। कुल 1471 लोगों की मौत हुई है। एक्टिव केसों की संख्या 20376 है। सरकार की नजर अब सीधे ऑक्सीजन प्लांट पर। ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए औषधि नियंत्रक अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान में मंगलवार को 2148 कोराना संक्रमित मिले, वहीं 15 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अबतक कुल 1 लाख 33 हजार 199 संक्रमित मिले है । कुल 1471 लोगों की मौत हुई है । एक्टिव केसों की संख्या 20,376 है । उधर प्रदेश में कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मिल सके इसके लिए राज्य सरकार ने कई ठोस कदम उठाते हुए अब सीधे ऑक्सीजन प्लांट पर ही नजर रखनी शुरू कर दी है। इससे कोरोना संक्रमित मरीजों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल सकेगी। ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए औषधि नियंत्रक अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
निगरानी के लिए औषधि नियंत्रक अधिकारियों को नियुक्त किया
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने हाल ही में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए निर्देश दिए थे कि इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं जिससे कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो । इस पर औषध एवं नियंत्रण संगठन ने जयपुर जिले में स्थापित ऑक्सीजन निर्माता फर्म और कंपनियों पर निगरानी रखने के लिए औषधि नियंत्रक अधिकारियों को नियुक्त कर दिया है । गंभीर प्रकृति के रोगियों को मेडिकल ऑक्सीजन गैस की अधिक जरूरत रहती है।अभी आॅक्सीजन की सबसे अधिक जरूरत जयपुर के अस्पतालों में महसूस हो रही है ।
ऑक्सीजन निर्माण, विक्रय तथा समस्त गतिविधियों पर निगरानी
जयपुर जिले में स्थित मेडिकल गैस निर्माता ईकाइयों पर औषधि नियंत्रण अधिकारियों को नियुक्त कर दिया गया है । ये अधिकारी अगले आदेश तक प्रतिदिन प्लांट पर उपस्थित रहकर प्लांट पर होने वाली ऑक्सीजन निर्माण, विक्रय तथा अन्य समस्त गतिविधियों पर निगरानी रखेंगे । ये अधिकारी प्रतिदिन शाम को सहायक औषधि नियंत्रक और नोडल अधिकारी महेंद्र सिंह शेखावत जयपुर को रिपोर्ट भेजेंगे ।
अस्पतालों में बेड्स, वेंटिलेटर्स और ऑक्सीजन की बढ़ रही डिमांड
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण बड़ी तेजी से पैर पसारता जा रहा है । ऐसे में अस्पतालों में बेड्स, वेंटिलेटर्स और ऑक्सीजन की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि राज्य सरकार इन सभी पर पैनी नजर रखे हुये है, लेकिन फिर भी कई जगह इनके अभाव की सूचना आ रही हैं।