Lockdown: राजस्थान में आइसोलेशन व क्वारंटाइन में रखे गए लोग निकल रहे बाहर, चिंतित सरकार अब आरएसी तैनात करेगी
Lockdown कर्फ्यू और आइसोलेशन में रखे जाने के बावजूद लोगों के बाहर निकलने से चिंतित सरकार अब सख्ती करने की तैयारी कर रही है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Lockdown: राजस्थान के 33 में से 25 जिलों में कोरोना संक्रमण फैल गया है। एक तरफ जहां अब तक 126 केस नेगेटिव से पॉजिटिव हुए हैं। वहीं, सोमवार को प्रदेश में 43 नए केस सामने आए हैं। इस तरह प्रदेश में कोरोनो संक्रमितों का आंकड़ा 847 पहुंच गया है। कोरोना के हॉटस्पॉट बने प्रदेश के आधा दर्जन इलाकों में राज्य सरकार राजस्थान सशस्त्र बल (आरएसी) तैनात करेगी। जयपुर में अब तक मिले 361 पीड़ितों में से 300 पॉजिटिव केस रामगंज और उसके आसपास के इलाकों के हैं। रामगंज से 100 लोगों को एसएमएस अस्पताल, राजस्थान मेडिकल यूनिवर्सिटी सहित आधा दर्जन अन्य स्थानों पर आइसोलेशन में रखा गया है। रामगंज सहित दस पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है। कर्फ्यू और आइसोलेशन में रखे जाने के बावजूद लोगों के बाहर निकलने से चिंतित सरकार अब सख्ती करने की तैयारी कर रही है।
प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि लोग नहीं मान रहे, इसलिए अब आरएसी तैनात की जाएगी, प्रतिबंधित क्षेत्र से बाहर निकल रहे लोगों के साथ सख्ती बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि रामगंज सहित अन्य हॉटस्पॉट स्थानों पर रूथलैस मैनेजमेंट किया जाएगा। सोमवार को आइसोलेशन में रखे एक व्यक्ति के अस्पताल से रामगंज स्थित अपने घर पहुंचने और इसी इलाके से दस लोगों के प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर निकलने से चिंतित सरकार ने विभिन्न दरगाह व मस्जिदों के मौलवियों को बुलाकर बात की है। लोगों को समझाने के लिए कहा गया है। बांसवाड़ा और टोंक में भी आसोलेशन व क्वारंटाइन में रखे गए लोगों के बाहर निकलने की सूचना सरकार तक पहुंची है, ये लोग तब्लीगी जमात से जुड़े हुए बताए गए है।
उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से घर में रहने की अपील की है। सोमवार को ट्वीट कर गहलोत ने कहा कि कृपया अपने घरों के अंदर बने रहना जारी रखें, जो इस महामारी के दौरान सबसे सुरक्षित जगह है। हमें इस कठिन समय को धैर्य और सकारात्मक मानसिकता के साथ पार करने की आवश्यक्ता है। गहलोत ने लिखा कि राज्य सरकार और पूरे राज्य का तंत्र जीवन बचाने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है। हम लोगों की समस्याओं को निपटाने के लिए समर्पित है।
33 में से 25 जिलों में पहुंचा कोरोना
राज्य में सबसे ज्यादा जयपुर में 363 (दो इटली के नागरिक) पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा जोधपुर में 98 (इसमें 40 ईरान से आए), टोंक में 59, बांसवाड़ा में 53, जैसलमेर में 41 (इसमें 12 ईरान से आए), कोटा में 40, बीकानेर में 34, झुंझुनूं में 31 और भरतपुर में 20, झालावाड़ में 15, चूरू में 14, दौसा में 11, अलवर में सात, नागौर में छह, डूंगरपुर और अजमेर में पांच-पांच, उदयपुर में चार, करौली में तीन, हनुमानगढ़, प्रतापगढ़, सीकर और पाली में दो-दो, जबकि बाड़मेर और धौलपुर में एक-एक व्यक्ति को इस बीमारी ने अपनी चपेट में लिया है।भीलवाड़ा में पहले 27 पॉजिटिव मिले थे, इनमें से दो की मौत हो गई, शेष 25 स्वस्थ हो गए। एक पॉजिटिव केस करीब नौ दिन बाद मिला था, जिसका इलाज चल रहा है। कोरोना से अब तक 11 लोगों की मौत हुई है। इनमें दो भीलवाड़ा, पांच जयपुर, एक बीकानेर, एक जोधपुर,कोटा और टोंक में एक-एक मौत हो चुकी है। कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों में राशन सामग्री व जरूरी सामान की होम डिलीवरी के लिए प्रशासन ने 113 दुकानों को खोलने की अनुमति दी है।
निजी अस्पतालों को खोलने के निर्देश
चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने प्रदेश के निजी अस्पतालों को अनिवार्य रूप से ओपीडी सेवाएं चालू रखने के निर्देश दिए हैं। अब तक अधिकांश निजी अस्पताल खुद के यहां ओपीडी सेवा चालू रखने के बजाय मरीजों को सरकारी अस्पतालों में भेज रहे थे।