Rajasthan Political Crisis: अशोक गहलोत बोले-सत्य हमारे साथ, गद्दारी करने वाले मुंह नहीं दिखा सकेंगे
Rajasthan Political Crisis सचिन पायलट खेमे का नाम लिए बिना अशोक गहलोत ने कहा कि जो लोग लुका-छिपी का खेल खेल रहे हैं वे सत्य पर नहीं हो सकते क्योंकि सत्य कभी छिपता नहीं है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में चल रहे सियासी संघर्ष के बीच कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी (होटल में एक साथ रखना) थोड़ी लंबी चल सकती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कहा कि सबको मिलकर चट्टान की तरह एक साथ खड़े रहना है। गहलोत ने कहा कि ईश्वर ही सत्य है और ईश्वर ही सत्य है। सत्य हमारे साथ है, इसलिए हर हाल में जीत हमारी होगी। सचिन पायलट खेमे का नाम लिए बिना गहलोत ने कहा कि जो लोग लुका-छिपी का खेल खेल रहे हैं, वे सत्य पर नहीं हो सकते, क्योंकि सत्य कभी छिपता नहीं है। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश हो रही है, लेकिन राजस्थान में कांग्रेस विधायक एकजुटता से लोकतंत्र को बचाने में जुटे हैं।
गहलोत ने कहा कि पायलट के साथ जो विधायक हैं, उनमें कुछ फ्लोर टेस्ट हुआ तो हमारा साथ देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोरोना के खिलाफ जोरदार तरीके से लड़ाई लड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे नेता व कुछ विधायक भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराने का षड्यंत्र कर रहे हैं, जो असहनीय व निंदनीय है। उन्होंने कहा कि पार्टी से गद्दारी करने वाले जनता के बीच जाकर मुंह नहीं दिखा सकेंगे। गहलोत ने सरकार का समर्थन करने के लिए भारतीय ट्राइबल पार्टी और निर्दलीय विधायकों को आभार जताया। उन्होंने विश्वास जताया कि माकपा भी हर हाल में कांग्रेस का समर्थन करेगी। गहलोत ने कहा कि अभी कोई पार्टी चुनाव नहीं करना चाहती, चाहे कांग्रेस हो या भाजपा। बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी संबोधित किया।
पायलट ऐसे हो गए थे, जैसे मुझे पहचानते ही नहीं
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि सरकार बनी तो शपथग्रहण समारोह के समय से ही ऐसा माहौल बना दिया गया कि पार्टी में दो पॉवर सेंटर हैं। उस समय राहुल गांधी ने हम दोनों को एक साथ बिठाकर बात की थी, कहा था कि आप दोनों मिलकर काम करें, लेकिन पायलट तो ऐसे हो गए थे जैसे मुझे पहचानते ही नहीं हैं। डेढ़ साल से हमारी बात नहीं हुई। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने मुझ पर जब भी आरोप लगाए तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व डिप्टी सीएम की हैसियत से पायलट ने आरोपों का कभी खंडन नहीं किया, बल्कि वे तो खुद ही सरकार पर छींटाकशी करते थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को कोई खतरा नहीं है। हमारी सरकार पूरी तरह सुरक्षित है। अगर कोई विधायक पार्टी के साथ नहीं रहना चाहता तो उसकी विधानसभा से सदस्यता खत्म कर दी जाएगी। ऑडियो टेप को लेकर सरकार पर लग रहे आरोपों को लेकर गहलोत ने कहा कि राजस्थान में गैर कानूनी सर्विलांस की परंपरा नहीं है।