SPG: अशोक गहलोत बोले, गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाना दुर्भाग्यपूर्ण; सचिन पायलट ने भी निंदा की
Rajasthan CM Ashok Gehlot. अशोक गहलोत ने कहा कि अगर गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने को लेकर पीएम की खुद की जानकारी में है तो यह देश का दुर्भाग्य है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी की एसपीजी सुविधा को हटाए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार के लोग बहुत ओछी राजनीति पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार गांधी परिवार की सुरक्षा से समझौता कर रही है। आतंकवाद के कारण गांधी परिवार के दो लोग आतंकवाद के शिकार हो गए। पूर्व पीएम स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने जान दे दी, लेकिन खालिस्तान नहीं बनने दिया, आतंकवाद का मुकाबला किया। पूर्व पीएम स्वर्गीय राजीव गांधी की आतंकवाद के कारण जान चली गई।
शुक्रवार को जयपुर में मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि गांधी परिवार सहित पूर्व प्रधानमंत्रियों को संसद में बने कानून के तहत एसपीजी सुरक्षा मिली हुई है। सुरक्षा एजेंसियां पूरा आंकलन करके ही सुरक्षा उपलब्ध कराती हैं। लेकिन केंद्र सरकार सुरक्षा देने में जो राजनीति कर रही है, वह इनकी मानसिकता का दिवालियापन है। पीएम नरेंद्र मोदी को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। सुरक्षा के मामले में इस तरह की हरकत करने का किसी को अधिकार नहीं होता है। अगर गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने को लेकर पीएम की खुद की जानकारी में है तो यह देश का दुर्भाग्य है। गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने को लेकर गहलोत ने तीन ट्वीट भी किए, जिनमें इस निर्णय को गलत बताया।
इस बीच, उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भी गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने को गलत बताते हुए निंदा की है। एक बयान में उन्होंने कहा कि सरकार को अपना निर्णय बदलना चाहिए।
शक्ति सिंह गोहिल और सज्जन सिंह वर्मा बोले, देश देख रहा है
राजस्थान दौरे पर आए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहल और मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने को गलते बताते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के इस निर्णय को पूरा देश देख रहा है।
दोनों नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मंदी और तालाबंदी मौजूदा केंद्र सरकार की पहचान बन गई है। देश की अर्थव्यवस्था वेंटिलेटेर पर है।रोजगार का सृजन नहीं हो पा रहा है। देश में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि देश में वित्तीय आपातकाल लगा हुआ है। दोनों नेताओं ने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।