Rajasthan: सीएम अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल से मांगा इस्तीफा
Rajasthan Chief Minister. अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उन्हें पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan Chief Minister. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र में केंद्र सरकार से फिजिकल स्ट्राइक की है। केंद्र सरकार के इशारे पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने नैतिकता को ताक में रखकर गलत ढंग से मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई है। कोश्यारी को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। महाराष्ट्र की घटना इस देश के इतिहास में याद की जाएगी। रात के अंधेरे में जिस रूप में केंद्र सरकार ने जो खेल खेला है, उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि अब भाजपा की उलटी गिनती शुरू हो गई है। संविधान की शपथ लेकर राज्यपाल की कुर्सी पर बैठे कोश्यारी ने भाजपा के षड्यंत्र के तहत काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने षड्यंत्र कर के राज्यपाल से गलत काम कराया है।
रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है, उम्मीद है न्याय मिलेगा। लेकिन अब लगता नहीं है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री महाराष्ट्र में जनता की सेवा कर सकंगे। गहलोत ने कहा कि जो हो रहा है, उसे पूरा देश देख रहा है। जनता ने हरियाणा व महाराष्ट्र के चुनाव में एक संदेश देने का प्रयास किया, लेकिन तब भी भाजपा संभली नहीं है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उन्हें पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है। गहलोत ने कहा कि कोश्यारी को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
महाराष्ट्र में लंबे से समय से चले आ रहे राजनीतिक गतिरोध के बाद शनिवार सुबह महाराष्ट्र नई सरकार के गठन और देवेंद्र फडणवीस के नए सीएम के तौर पर शपथ लेने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र में जो हुआ वह छिपकर करने की क्या आवश्यकता थी, इस प्रकार अचानक राष्ट्रपति शासन का हटना और इस प्रकार शपथ दिलाना कौन सी नैतिकता है?
उन्होंने लिखा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल ने भाजपा के साथ मिलीभगत से काम किया है। राज्यपाल ने एनसीपी विधायकों के हस्ताक्षर सत्यापित किए बिना देवेंद्र फड़णवीस को सीएम पद की शपथ दिलवा दी।
राज्य सरकार के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश का लोकतंत्र खतरे में है। केंद्र में बैठी भाजपा अन्य दलों में तोड़फोड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि राजनीति में इस तरह का उलटफेर जनता के साथ धोखा है।
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री फडणवीस और उप मुख्यमंत्री अजीत पंवार को बधाई दी है। वसुंधरा राजे ने कहा कि भाजपा सरकार ने महाराष्ट्र का पहले भी विकास किया था और अब आगे भी करेगी।
कांग्रेस विधायकों के फिर जयपुर लाने की चर्चा
महाराष्ट्र की राजनीति में चल रहे उलटफेर के बीच शनिवार शाम को राजस्थान के कांग्रेसी नेता सक्रिय हो गए। यह कयास लगाए जाने लगे कि महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायकों को एक बार फिर जयपुर में लाया जा सकता है। ये विधायक छह दिन तक जयपुर के ब्यूना विस्टा रिसोर्ट में रहकर गए थे।
उस समय कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने यहां कमान संभाली थी। पांडे के सहयोग के लिए राज्य सरकार के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी सहित आधा दर्जन नेताओं को लगाया गया था । हालांकि राज्य के कांग्रेसी नेता फिलहाल महाराष्ट्र के विधायकों को फिर से जयपुर लाए जाने को लेकर अधिकारिक रूप से बोलने को तैयार नहीं है।