Rajasthan: भाजपा विधायक ने कहा- सुप्रीम कोर्ट संघ के क्षेत्रीय प्रचारक को दोषी सिद्ध करेगा तो मैँ फांसी पर झूल जाऊंगा
भाजपा आंदोलन की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा- कई खुलासे होंगे जयपुर ग्रेटर नगर निगम के क्षेत्र में सफाई करने वाली बीवीजी कंपनी से जुड़े रिश्वत मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। जयपुर ग्रेटर नगर निगम के क्षेत्र में सफाई करने वाली बीवीजी कंपनी से जुड़े रिश्वत मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने है। इस मामले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद भाजपा और संघ आक्रामक हो गए। भाजपा विधायक और प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने इस मामले को झूंठा और मनगढंत बताया है। उन्होंने कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट निंबाराम को दोषी सिद्ध कर देगा तो मैं खुद फांसी पर झूल जाऊंगा।
उन्होंने कहा, मुझे और सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को इस बात का विश्वास है कि निंबाराम इस मामले में शामिल नहीं हो सकते। दिलावर ने एक एक वीडियो वायरल कर राज्य सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। इसी बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने रिश्वत कांड को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा और राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह से मुलाकात की। उन्होंने दोनों नेताओं के समक्ष बीवीजी कंपनी से जुड़े रिश्वत मामले को लेकर राज्य इकाई का पक्ष रखा। जानकारी के अनुसार भाजपा की रणनीति है कि यदि राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो निंबाराम की गिरफ्तारी जैसा कदम उठाता है तो पार्टी कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे। जिला व राज्य स्तर पर प्रदर्शन किए जाएंगे। राज्यपाल और राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया जाएगा।
उधर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार से निंबाराम की गिरफ्तारी की मांग की है। डोटासरा ने कहा कि इस मामले में वायरल हुए वीडियो में नजर आ रहे दो लोगों राजाराम गुर्जर व ओमप्रकाश सप्रे को गिरफ्तार किया है तो निंबाराम को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी डोटासरा का समर्थन करते हुए कहा कि निंबाराम की गिरफ्तारी के बाद कई खुलासे हो सकते हैं ।
यह है मामला
जयपुर ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में सफाई करने वाली कंपनी बीवीजी के 276 करोड़ का भुगतान लंबे समय से अटका हुआ था। इस भुगतान के बदले में निंलंबित महापौर सौम्या गुर्जर के पति ने कंपनी से 20 करोड़ की मांग की थी। इस संबंध में 20 अप्रैल को जयपुर स्थित सेवा सदन में उनकी बातचीत हुई थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें राजाराम, निंबाराम, कंपनी के दो प्रतिनिधि ओमप्रकाश सप्रे व संदीप चौधरी नजर आए और इनकी बातचीत सुनाई दे रही है। इसी के आधार पर ब्यूरो ने पूछताछ के बाद राजाराम व सप्रे को गिरफ्तार किया है। चौधरी फरार हो गए। संघ ने कहा कि निंबाराम जांच में सहयोग करने को तैयार है।