Rajasthan: कोटा में मासूमों की मौत को लेकर विधानसभा में हंगामा, स्पीकर का छलका दर्द
Kota Child Deaths. मदन दिलावर वासुदेव देवनानी और रामलाल शर्मा आदि भाजपा विधायकों ने बच्चों की मौत को लेकर छपे समाचारों वाले अखबार दिखाए।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Kota Child Deaths. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का मुद्दा गूंजा। इस मामले को लेकर सदन में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी के विधायकों ने अखबार को फाड़कर सदन में उछाला, पक्ष-विपक्ष के विधायक एक-दूसरे की तरफ बढ़े तो विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी का दर्द छलक गया। उन्होंने कहा कि मै इस कुर्सी पर बैठकर खुद को प्रताड़ित महसूस कर रहा हूं।
दरअसल, प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक मदन दिलावर ने इस मामले में सरकार से सवाल पूछा था। इस पर चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए जवाब दिया। मंत्री के जवाब से भाजपा विधायकों ने असंतुष्टि जताई और जोरजोर से बोलने लग गए। मंत्री ने जब पांच साल के आंकड़े गिनाने शुरू किए तो भाजपा विधायकों ने इस पर विरोध जताते हुए वेल में पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिया। विधायक वेल में चिकित्सा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मदन दिलावर, वासुदेव देवनानी और रामलाल शर्मा आदि भाजपा विधायकों ने बच्चों की मौत को लेकर छपे समाचारों वाले अखबार दिखाए। इस दौरान अखबार फाड़कर सदन में फेंका गया।
अध्यक्ष ने सदन में शांति कायम करने का प्रयास किया, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि मैं सदन की इस कुर्सी पर बैठकर अपने आन को प्रताड़ित महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि प्रश्न की एक लिमिटेशन है। प्रश्न उठाने के कुछ तरीके हैं. चैंबर में आकर इस पर बात करें, नियमों के अंतर्गत ही प्रश्नकाल होगा, जनरल डिबेट की तरह इस पर चर्चा नहीं हो सकती। विधायक जिन मुद्दों पर सरकार का ध्यान आर्किषत करना चाहते हैं, उन पर बैठकर चर्चा कर सकते है। पक्ष-विपक्ष पर समान रूप से नियम लागू होते हैं।
मुख्यमंत्री ने किया हस्तक्षेप
इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सदन में अध्यक्ष प्रताड़ित महसूस करें। हमें सदन की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। विपक्ष की असहमति का हम सम्मान करते हैं, लेकिन केवल राजनीति के लिए कोई मुद्दा नहीं आए। दोनों पक्ष सदन की गरिमा का ध्यान रखें। वहीं, विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सदन चलाने में सहयोग की हमारी मंशा है, लेकिन सवाल की महत्ता समझी जाए। किसानों से जुड़े सवाल को भी गंभीरता से नहीं लिया गया। शोरशराबे के दौरान चिकित्सा मंत्री ने बताया कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में 90 वार्ड है। वहीं, 30 न्यू वार्ड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हैं। पांच एनआइसीयू, 5पीआइसीयू सहित सभी वार्डों में कुल 130 बेड हैं। यहां पर्याप्त मात्रा में नर्सिंग स्टाफ है। उन्होंने कहा कि इस इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। शोरशराबे के बीच उनका पूरा जवाब सुनाई दे सका।
खाद्य सुरक्षा योजना में पात्र का नाम जोड़ा जाएगा
खाद्य मंत्री रमेश मीणा ने बुधवार को राज्य विधानसभा में आश्वस्त किया कि खाद्य सुरक्षा योजना के तहत प्रत्येक पात्र व्यक्ति को लाभ मिल सके इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि योजना के तहत कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित नहीं रहे, उसका नाम पात्रता सूची में जुड़वाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। शून्यकाल में विधायक कल्पना देवी के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि योजना में कोई भी व्यक्ति नाम जुड़वाने के लिए साधारण कागज पर अपने दस्तावेजों के साथ आवेदन उपखंड अधिकारी या जिला रसद अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर सकता है। उन्होंने बताया कि कोटा जिले में योजना के तहत पात्र लोगों का नाम जोड़ने का प्रतिशत 67.9 प्रतिशत है।
उधर, उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने भाजपा विधायक ज्ञानचंद पारख के सवाल के जवाब में बताया कि राज्य सरकार उद्योग लगाने पर भूमि आवंटन करती है। राज्य में नई निवेश प्रोत्साहन नीति लागू हो गई है। इसके तहत प्रदेश में उद्योग स्थापित करने पर विशेष पैकेज दिया जाता है।
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