Rajasthan: विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष ने लगाए एक-दूसरे पर आरोप
Rajasthan Assembly. प्रतिपक्षी भाजपा के विधायकों ने कहा कि सरकार ने एक साल में ऐसा कुछ भी नहीं किया जिसका वर्णन अभिभाषण में उपलब्धियों के तौर पर किया गया है।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान विधानसभा में बुधवार को राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण पर चल रही चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। सत्ता पक्ष (कांग्रेस) ने केंद्र सरकार की नीतियों और राजस्थान में भाजपा के पिछले कार्यकाल की आलोचना की। वहीं, प्रतिपक्षी भाजपा के विधायकों ने कहा कि सरकार ने एक साल में ऐसा कुछ भी नहीं किया, जिसका वर्णन अभिभाषण में उपलब्धियों के तौर पर किया गया है।
चर्चा की शुरुआत करते हुए भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि अभिभाषण में कोई सच्चाई नहीं है। केवल आंकड़ों का भ्रमजाल फैलाया जा रहा है। किसानों का कर्ज माफ करने की बात कही थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसी तरह वादा करने के बावजूद बिजली के दाम बढ़ा दिए गए और जनता पर भार डाल दिया गया। इसमें गरीबी रेखा से नीचे के लोगों और किसानों को भी नहीं छोड़ा गया। सरकार ने चिकित्सा के क्षेत्र में भी कुछ नहीं किया। कोटा में बच्चों की मौत पर संवेदना नहीं दिखाई।
भाजपा विधायक रामप्रताप कासनिया ने कहा कि एक वर्ष के अंदर सरकार ने सारे विकास कार्य ठप कर दिए। वहीं, पूर्व ओलंपियन और कांग्रेस की मौजूदा विधायक कृष्णा पूनिया ने कहा कि हमने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करने का काम किया है। विपक्ष कोटा के अस्पताल मे बच्चों की मौत को मुद्दा बना रहा है, लेकिन सरकारी अस्पतालों की स्थिति पिछली सरकार ने सुधारी होती तो आज स्थिति बेहतर होती। इसके बावजूद हमारी सरकार ने निरोगी राजस्थान अभियान शुरू किया है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि केंद्र ने रोजगार की व्यवस्था की होती तो युवक सड़क पर बंदूक लेकर नहीं निकलते। हमने पूंजीपतियों की सेवा की, केजरीवाल ने जनता की अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री अमीन खां ने अपनी सरकार की उपलब्धियां तो गिनाई, लेकिन साथ ही दिल्ली के चुनाव परिणाम पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने कांग्रेस को भी नकारा है और भाजपा को भी क्योंकि हमने पूंजीपतियों का साथ दिया। वहीं, केजरीवाल ने गरीब आदमी के बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी सरकार का उद्देश्य गरीब आदमी को सहायता देना होता है। मौजूदा व्यवस्था में ऐसा नहीं हो पा रहा है।
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