राजस्थान में पद्मावत पर संग्राम, राजपूत समाज ने किया प्रदर्शन
प्रदर्शन में शामिल हुईं महिलाओं ने कहा कि यदि फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होती है तो राजपूत महिलाएं जौहर शुरू कर देंगी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। संजय लीला भंसाली की फिल्म "पद्मावत" का विरोध अब और अधिक तेज होने लगा है। फिल्म के विरोध में बुधवार को जयपुर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम कर दिया गया। जाम के कारण राजमार्ग के दोनों तरफ वाहनों की तीन से चार किलोमीटर लम्बी कतार लग गई। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने टायर जलाकर संजय लीला भंसाली और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। चित्तौड़गढ़ जिले के रठौली चौराहे पर लगाए गए जाम और विरोध प्रदर्शन में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। प्रदर्शन में शामिल हुईं महिलाओं ने कहा कि यदि फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होती है तो राजपूत महिलाएं 24 तारीख से ही जौहर शुरू कर देंगी।
उन्होंने कहा कि राजपूत महिलाएं उसी स्थान पर जौहर करेंगी, जहां रानी पद्मनी ने 16 हजार रानियों और दासियों के साथ जौहर किया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़कर जाम खुलवाने का कई बार प्रयास किया,लेकिन नाकाम रही। प्रदर्शनकारियों की बड़ती भीड़ को देखते हुए आसपास के जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाकर तैनात किया गया है।
इधर, करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने एक बयान में कहा कि अब याचना नहीं रण होगा और रण बहुत भीषण होगा। उन्होंने कहा कि फिल्म प्रदर्शित कराने के लिए प्रशासन लाचार हो सकता है, लेकिन राजपूत लाचार नहीं हो सकते। हम हमारे हिसाब से बदला लेंगे। राजपूतों की ताकत का अंदाजा पूरे देश को हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि फिल्म 25 जनवरी को रिलीज करने की कोशिश की गई तो इस दिन पूरे देश में जनता कर्फ्यू लगा दिया जाएगा। कालवी ने बताया कि 21 जनवरी को जोधपुर के ओंसिया में राजपूत समाज की बड़ी रैली होगी, जिसमें आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी । इसमें देशभर से राजपूत समाज के लोग एकत्रित होंगे।
इन राज्यों में लग चुका बैन
फिल्म के खिलाफ राजपूत समाज के गुस्से को देखते हुए राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात सरकार ने फिल्म पर बैन लगा दिया। लेकिन राजपूत समाज पूरे देश में फिल्म पर बैन लगाने की मांग कर रहा है। वहीं, फिल्म के 25 जनवरी से प्रदर्शित होने की बात सामने आ चुकी है।