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Priyanka Gandhi in Ranthambore: टाइगर सफारी के लिए प्रियंका गांधी सवाईमाधोपुर पहुंचीं

Rajasthan प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच राजस्थान के सवाईमाधोपुर पहुंचीं। प्रियंका यहां स्वजनों के साथ रणथंभौर राष्ट्रीय अभ्यारण्य में टाइगर सफारी करेंगी। वह कुछ देर के लिए दौसा जिले के लालसोट में रुकीं हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 04:38 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 04:38 PM (IST)
Priyanka Gandhi in Ranthambore: टाइगर सफारी के लिए प्रियंका गांधी सवाईमाधोपुर पहुंचीं
टाइगर सफारी के लिए प्रियंका गांधी सवाईमाधोपुर पहुंचीं। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच राजस्थान के सवाईमाधोपुर पहुंचीं। प्रियंका यहां स्वजनों के साथ रणथंभौर राष्ट्रीय अभ्यारण्य में टाइगर सफारी करेंगी। वह कुछ देर के लिए दौसा जिले के लालसोट में रुकीं। प्रियंका के जयपुर और दौसा होते हुए सवाईमाधोपुर पहुंचने की सूचना मिलने पर लालसोट के पास कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हो गए। कार्यकर्ताओं को देखते हुए प्रियंका ने अपनी गाड़ी रुकवाई और पूछा कि यह कौन सी जगह है। इस पर उन्हें लालसोट का नाम बताया गया। गाड़ी में बैठीं प्रियंका का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। उनका राजस्थान के किसी कांग्रेस के नेता से मिलने का कार्यक्रम नहीं है। वह यहां निजी यात्रा पर हैं। होटल के अंदर और बाहर सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। प्रियंका को पहले दिल्ली से रवाना होकर अलवर होते हुए सवाईमाधोपुर पहुंचने का कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम को देखते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता अलवर में स्वागत के लिए माला हाथों में लेकर खड़े थे, लेकिन रविवार सुबह अचानक प्रियंका के रूट में बदलाव हुआ और वह दिल्ली से बहरोड़, जयपुर और दौसा होते हुए सवाईमाधोपुर पहुंचीं। उल्लेखनीय है कि प्रियंका यहां टाइगर सफारी के लिए अक्सर आती रहती हैं।

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गौरतलब है कि गत अक्टूबर में सवाईमाधोपुर के रणथंभौर टाइगर रिजर्व में बाघिन टी 63 ने तीन शावकों को जन्म दिया था। रणथंभौर की खंडार रेंज के चिनावली टाप के वन क्षेत्र में बाघिन टी 63 तीन शावकों के साथ वन विभाग के फोटो ट्रैप कैमरों में नजर आई है। इसके बाद वन विभाग की ओर से बाघिन की लगातार निगरानी की जा रही है। राज्य के मुख्य वन अधिकारी टीसी वर्मा ने बताया कि बाघिन टी 63 की उम्र करीब 10 साल है। इसकी टेरिटरी लाहपुर, चिनावली, आडिखोह क्षेत्र है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, रणथंभौर में खंडार ऐसा क्षेत्र है, जहां पर्यटकों की आवाजाही पर रोक है। रणथंभौर में 20 नर माघ, 30 वयस्क मादा बाघिन और 27 शावक हैं। इस तरह यहां बाघों की कुल संख्या 77 हो गई है। वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर बाघिन के तीन शावकों के जन्म देने पर खुशी जताई है। गहलोत ने लिखा कि रणथंभौर में बाघिन टी 63 का तीन शावकों के साथ दिखना बहुत अच्छा है। हमेशा यह एक अच्छा अहसास होता है कि राज्य में वन्यजीव फल-फूल रहा है।


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