कोटा सेंट्रल जेल में कैदी की मौत, परिजनों ने नहीं उठाया शव
कोटा सेंट्रल जेल में एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद दूसरे दिन गुरुवार को भी परिजनों ने शव नहीं उठाया।
जयपुर, जागरण संवाददाता। कोटा सेंट्रल जेल में एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद दूसरे दिन गुरुवार को भी परिजनों ने शव नहीं उठाया। परिजनों ने जेलकर्मियों पर कैदी से मारपीट का आरोप लगाया है। परिजनों की मांग है कि पहले जिम्मेदार जेलकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
अपनी मांग को लेकर मृतक के परिजन और शहर के अन्य लोग धरने पर बैठ गए। हालात को देखते हुए अस्पताल में भारी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। जानकारी के अनुसार कैदी सत्यनारायण आबकारी एक्ट एवं एनडीपीएस एक्ट मामले में पिछले करीब छह माह से सेन्ट्रल जेल में बंद था। सत्यनारायण की बुधवार शाम को संदिग्ध हालात में मौत हो गई।
पुलिस ने उसके शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। लेकिन इस बीच परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें सत्यनारायण की मौत के कारणों की जानकारी अभी तक जानकारी नहीं दी गई, यदि वह बीमार था उसकी जानकारी पहले परिजनों को देनी चाहिए थी । अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दे रहे परिजनों ने जेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की । उन्होंने दोषियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर मुआवजा दिलाने की मांग की है । मौके पर नयापुरा सहित कई थानों की पुलिस फोर्स तैनात ह ।