Move to Jagran APP

राजस्थान कांग्रेस में सियासी सरगर्मियां तेज, कार्यकर्ताओं की इच्छा सचिन पायलट बनें मुख्यमंत्री

राजस्‍थान (Rajasthan) के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत (Cm Ashok Gehlot) कोरोना महामारी के कारण बीते 18 माह से अपने आवास से बाहर नहीं निकलें हैं। 2 अक्‍टूबर से वह जनसुनवाई का कार्यक्रम शुरू करने के साथ ही जिलों का दौरा करेंगे।

By Babita KashyapEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 01:18 PM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 01:18 PM (IST)
राजस्थान कांग्रेस में सियासी सरगर्मियां तेज, कार्यकर्ताओं की इच्छा सचिन पायलट बनें मुख्यमंत्री
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनें

जयपुर, जागरण संवाददाता। पंजाब के बाद अब राजस्थान कांग्रेस में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। एक तरफ जहां कांग्रेस आलाकमान अक्टूबर महीने की शुरूआत में राजस्थान कांग्रेस का विवाद निस्तारित करने की कोशिश में जुटा है । वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमों की सक्रियता बढ़ गई है। आलाकमान की मंशा को देखते हुए गहलोत ने भी मंत्रिमंडल विस्तार का मानस बना लिया है। सूत्रों के अनुसार गहलोत दीपावली से पहले मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों का काम पूरा करना चाहते हैं।

loksabha election banner

गहलोत कोरोना महामारी के कारण पिछले 18 माह से अपने सरकारी आवास से बाहर नहीं निकले हैं। अब वह 2 अक्टूबर से जनसुनवाई का कार्यक्रम शुरू करने के साथ ही जिलों का दौरा करने की योजना बना रहे हैं। इसी बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने कहा कि राज्य की जनता ओर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि पायलट मुख्यमंत्री बनें। विधानसभा चुनाव से पहले जनता और पार्टी कार्यकर्ता यही मान रहे थे कि पायलट ही मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन जिम्मेदारी गहलोत को मिल गई। हालांकि पायलट की मेहनत के कारण ही कांग्रेस की सरकार बनी थी । गहलोत का नाम लिए बिना चौधरी ने कहा कि पायलट की मेहनत का फल किसी और को मिले तो नुकसान सबका है। एक बातचीत में उन्होंने कहा कि अब भी समय है कि पायलट के हाथ में सरकार का नेतृत्व देना चाहिए।

सत्ता विरोधी लहर का खतरा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि पार्टी आलाकमान मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही संगठन में भी बदलाव करेगा । राज्य के सियासी मिजाज का पुराना रिकॉर्ड बताता है कि यहां दो साल बाद सत्ता विरोधी लहर पनपना शुरू हो जाती है । सरकार के कार्यकाल का जैसे ही तीसरा साल समाप्त होता है,वैसे सत्ता विरोधी लहर में तेजी आना शुरू हो जाती है । सीएम के पास भी सत्ता विरोधी लहर का फीडबैक है । यह फीडबैक मिलने के बाद ही गहलोत ने 2 अक्टूबर के बाद जनसुनवाई करने के साथ ही जिलों के दौरे शुरू करने की योजना बनाई है। सीएम ने मंत्रियों से भी अपने आवासों पर जन सुनवाई और अपने प्रभार वाले जिलों का दौरा करने के लिए कहा है । एक केबिनेट मंत्री ने कहा, गहलोत फरवरी,2020 के बाद अपने सरकारी आवास से बाहर नहीं निकले हैं । केवल दो दिन उप चुनाव में प्रचार करने गए थे।जानकारी के अनुसार प्रदेश प्रभारी अजय माकन अगले सप्ताह राज्य के दौरे पर आएंगे । वह यहां मंत्रियों के कामकाज का फीडबैक लेंगे ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.