सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने जोधपुर में शहीदों को किया नमन
भारतीय सेना ने 29 सितंबर 2016 को नियंत्रण रेखा के पार जाकर आतंकवादियों के सात ठिकानों को तबाह करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
जयपुर, जागरण संवाददाता। दो साल पहले जम्मू-कश्मीर से सटी नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तानी ठिकानों को नैस्तनाबूद करने वाली भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोधपुर एयरबेस पर सेना के तीनों अंगों के टॉप कमांडर्स की संयुक्त कांफ्रेंस को संबोधित किया ।
कांफ्रेंस से पहले पीएम मोदी ने कोणार्क वॉर मेमोरियल पर शहीदों को नमन कर "पराक्रम पर्व " का शुभारंभ किया। पीएम ने कोणार्क वॉर मेमोरियल पर पुष्प चक्र अर्पित करने के साथ ही एक संदेश लिखा "पराक्रम पर्व पर भारतीय सेना के वीरों को शत शत नमन "। उन्होंने यहां प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया । प्रदर्शनी में सेना के अत्याधुनिक हथियारों,टैंक,रड़ार,हेलीकॉप्टर रूद्र व चीता और सेना से जुड़े तथ्यों को प्रदर्शित किया गया है । पीएम ने खुली जिप्सी में प्रदर्शनी का अवलोकन किया । इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनी स्थल पर मौजूद सैनिकों और उनके परिजनों का अभिवादन भी किया ।
इस मौके पर उनके साथ रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण,रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी थी ।
एयरबेस पर पहली बार कमांडर्स कांफ्रेंस
साल 2015 तक कमांडर्स कांफ्रेंस केवल दिल्ली में ही होती थी। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने इसे दिल्ली से बाहर के सैन्य क्षेत्रों में आयोजित करने का फैसला लिया। साल 2016 में अरब सागर में नौ सेना के पोत आईएनएस विक्रमादित्य और साल 2017 में देहरादून स्थित इंडियर मिलिट्री एकेडमी में हो चुकी है । कमांडर कांफ्रेंस पहली बार जोधपुर एयरबेस पर हुई है। कांफ्रेंस में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण,रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे,राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल,थल सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत,वायुसेना अध्यक्ष बी.एस.धनोआ और नौ सेना अध्यक्ष एडमिरल सुनील लाम्बा शामिल हुए । कांफ्रेंस में रक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई ।
विजटर्स बुक में लिखा संदेश
प्रधानमंत्री ने एयरबेस पर विजिटर्स बुक में अपने संदेश में लिखा, 'मातृभूमि की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध, समर्पित, वीर सैन्य शक्ति के लिए देश गौरव अनुभव कर रहा है । सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों को, पीढ़ी दर पीढ़ी प्रेरणा के प्रतीक सभी को, शत् शत् नमन' ।
2016 में हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक
गौरतलब है कि उरी में सेना के ठिकाने पर हमले के जवाब में भारतीय सेना ने 29 सितंबर 2016 को नियंत्रण रेखा के पार जाकर आतंकवादियों के सात ठिकानों को तबाह करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी। सेना का कहना था कि उसके विशेष दस्ते की इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में वे आतंकवादी मारे गए जो भारतीय सीमा में घुसपैठ की फिराक में थे ।सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ को पराक्रम पर्व के रूप में मनाया जा रहा है । इस दौरान 28 से 30 सितंबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।जोधपुर में आयोजित प्रदर्शनी आम लोगों के िलए खुली रहेगी ।