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Panther in Rajasthan: उदयपुर के ऐतिहासिक सिटी पैलेस में पैंथर के घुसने से मचा हड़कंप

Panther in Rajasthan उदयपुर के ऐतिहासिक सिटी पैलेस में पैंथर के घुसने से मचा हड़कंप

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 03 Feb 2020 03:37 PM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 03:37 PM (IST)
Panther in Rajasthan: उदयपुर के ऐतिहासिक सिटी पैलेस में पैंथर के घुसने से मचा हड़कंप
Panther in Rajasthan: उदयपुर के ऐतिहासिक सिटी पैलेस में पैंथर के घुसने से मचा हड़कंप

उदयपुर, जेएनएन।Panther in Rajasthan: उदयपुर के ऐतिहासिक सिटी पैलेस में पैंथर के घुसने से हड़कंप मच गया। दिन भर चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी वन विभाग उसे पकडऩे में कामयाब नहीं हो पाया। देर शाम वन विभाग ने सिटी पैलेस के दरबार हॉल में बकरा बंधा हुआ पिंजरा भी लगाया लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। रात गहराने के साथ विभाग के कर्मचारी दरबार हाल के बंद दरवाजों के बाहर पहरेदारी में जुटे हुए हैं। अब मंगलवार रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।

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बताया गया कि दरबार हॉल की लंबी गैलेरी में पैंथर घुसा हुआ है लेकिन किसी कि भी हिम्मत उसमें घुसने की नहीं हो पा रही। इससे पहले गुर्राहट और सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद सिटी पैलेस के कर्मचारियों को पैलेस तथा दरबार हॉल में पैंथर के चहलकदमी की जानकारी मिली थी। जिसका पता चलते ही सिटी पैलेस प्रबंधन ने तत्काल पर्यटकों को बाहर सुरक्षित निकाला तथा वन विभाग को पैंथर के घुस आने की सूचना दी।

सिटी  पैलेस से जुड़े सितारा होटल शिवनिवास और फतह प्रकाश होटल में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। यहां ठहरने वाले पर्यटकों को चौपहिया वाहनों के जरिए ही अंदर-बाहर लाया जा रहा है। उनके पैदल बाहर आने-जाने पर पूरी तरह रोक लगा रखी है। पैंथर के घुस आने से पर्यटकों में भी दहशत फैल गई थी। हालांकि सिटी पैलेस की जारी सूचना के अनुसार पैंथर दरबार हॉल में बंद है और ऐसे में पर्यटकों को डरने की जरूरत नहीं है।

हालांकि पर्यटकों की सुरक्षा के लिहाज से सिटी पैलेस एवं दोनों होटल्स में सुरक्षा प्रहरियों की संख्या बढ़ा दी गई। मीडिया के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी तथा सिटी पैलेस और होटल्स में केवल बस के जरिए ही पर्यटकों को प्रवेश दिया जा रहा। सोमवार को दरबार हॉल में होने वाले सभी कार्यक्रम टाल दिए गए। 

बताया गया कि पैंथर रविवार रात ही सिटी पैलेस में घुस गया था। वन विभाग की टीम उप वन संरक्षक शैतानसिंह देवड़ा तथा शूटर सतनामसिंह के साथ मौके पर दिन भर बनी रही। रात ढलने पर वन विभाग के छह कर्मचारियों को मौके पर बने रहने को कहा गया है। इससे पहले दरबार हॉल के बाहर पिंजरा लगाकर शूटर सतनामसिंह पैंथर को ट्रेक्यूलाइजेशन की तैयारी में जुटे रहे लेकिन दरबार हॉल की विशाल गैलेरी जो सुरंग की तरह बनी हुई है, उसमें से उसे बाहर निकालने में कामयाब नहीं हो पाए। जिसके बाद दरबार हॉल के दोनों दरवाजे  बंद कर दिए गए तथा बकरा बंधा हुआ पिंजरा अंदर छोड़ा गया है।

सीसीटीवी फुटेज के अनुसार पैंथर ने दूधतलाई की ओर खुलने वाले हिस्से यानी पीछोला की बड़ी पाल की ओर से पैलेस में प्रवेश किया। कहा जा रहा है कि दूधतलाई से सटे माछला मगरा में पैंथर पहले भी कई बार देखा जा चुका है लेकिन यह पहला मामला है कि पैंथर आबादी क्षेत्र या पैलेस की ओर घुसा हो। लोगों का कहना है कि लगभग छह महीने पहले अगस्त माह में पैंथरका जोड़ा माछला मगरा तथा शिकारबाड़ी क्षेत्र में देखा गया। जिसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को थी। वन्यजीव अधिकारी अजय चित्तौड़ा के अनुसार बांकी वन्य रैंज में पैंथर सहित कई जंगली जानवर पाए जाते हैं जो दूधतलाई, शिकारबाड़ी तथा जलबुर्ज तक आते-जाते रहते हैं।

सिटी पैलेस में पर्यटकों की आवाजाही बंद पैंथर के घुस आने की सूचना पर सिटी पैलेस के सभी दरवाजे बंद कर दिए गए तथा पर्यटकों की आवाजाही रोक दी गई। इसके चलते दिन में करीब छह घंटे तक पैलेस को पर्यटक नहीं देख पाए। शाम को कुछ घंटे के लिए पैलेस पर्यटकों को खोला गया लेकिन पैंथर के पैलेस परिसर में घुसने की सूचना मिलने पर ज्यादातर पर्यटक अंदर नहीं गए।


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