पंचायत से सजा मिलने के बाद महिला ने की आत्महत्या
सजा सुनाए जाने के करीब डेढ़ घंटे बाद ही महिला ने अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के भरतपुर जिले में एक पंचायत ने एक महिला को कान पकड़ कर उठक-बैठक लगाने की तुगलकी सजा दी तो डेढ़ घंटे बाद महिला ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली। भरतपुर जिले के बयाना कस्बे के गांव नागली में गुरूवार को पंचायत बुलाई गई थी जिसमें गांव एक महिला को सजा के रूप में उठक-बैठक लगाने और उसकी पिटाई करने का फरमान सुनाया गया। सजा सुनाए जाने के करीब डेढ़ घंटे बाद ही महिला ने अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
मामले की सूचना मिलने के बाद ग्रामीण पुलिस मौके पर पहुंची जहां महिला के जेठ की शिकायत पर पंचों समेत कुल 30 लोगों के खिलाफ आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कराया गया। पुलिस ने गांव के 5 लोगों को हिरासत में ले लिया है।
बताया जाता है कि यह सजा गांव की एक महिला रीना को दी गई थी। उसने जब इस सजा का विरोध किया तो पंचों ने लोगों से उसे पकड़कर पीटने हुक्म दे दिया। इसके बाद लोगों ने रीना के साथ मारपीट कर डाली जिससे आहत होकर रीना ने अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
रीना के जेठ ने पुलिस में दी गई रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि भरी पंचायत में उसे बदनाम करने और अभद्रता करने के कारण ही उसने आत्महत्या करने जैसा कदम उठाया है।