पद्मावत का विरोध,पीएम,सीएम और मंत्रियों को राजपूत महिलाओं ने भेजी चूडियां
25 जनवरी से फिल्म का प्रदर्शन करने की चर्चाएं शुरू होने के बाद से राजपूत समाज ने विरोध तेज किया है ।
जयपुर, [जागरण संवाददाता]। संजय लीला भंसाली की फिल्म " पद्मावत " पर पूरे देश में प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर राजपूत समाज ने पूरे देश में आंदोलन फैलाने की योजना तैयार की है । देशभर से राजपूत समाज के प्रमुख लोग 27 जनवरी को चित्तोडगढ़ फोर्ट के जौहर स्थल पर एकत्रित होकर आंदोलन की योजना बनाएंगे । इस दौरान राजपूत समाज की प्रमुख महिलाएं उस स्थान पर नारी शक्ति के मान-सम्मान का संकल्प लेंगी,जहां पर रानी पद्मनी ने 16 हजार रानियों और दासियों के साथ जौहर किया था ।
श्री राजपूत करणी सेना से जुड़ी महिलाओं ने फिल्म "पद्मावत " के विरोध का अनोखा तरीका निकाला है । महिलाओंं ने फिल्म को नारी शक्ति का अपमान बताते हुए रोक की मांग की है । इन महिलाओं का कहना है कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रानी पद्मनी का गलत चित्रण किया गया है । फिल्म पर पूरे देश में प्रतिबंध की मांग को लेकर राजपूत समाज की महिलाएं गुरूवार को जयपुर स्थित राजपूत सभा भवन में एकत्रित हुई और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,केन्द्रीय मंत्रियों,मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और राज्य के मंत्रियों को डाक से चूडियां भेजी । श्री राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि अब जौहर की ज्वाला में बहुंत कुछ जलेगा ।
उन्होने कहा कि 27 जनवरी को देशभर से राजपूत समाज के प्रमुख लोग एकत्रित होकर आगे की रणनीति बनाएंगे । उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में फिल्म का प्रदर्शन देश में कहीं भी नहीं होने दिया जाएगा । कालवी इन दिनों देशभर का दौरा कर राजपूत समाज को एकजुट करने में जुटे हैं । राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने कहा कि फिल्म का प्रदर्शन करने का प्रयास किया गया तो सिनेमाघरों को नुकसान होगा ।
उल्लेखनीय है कि 25 जनवरी से फिल्म का प्रदर्शन करने की चर्चाएं शुरू होने के बाद से राजपूत समाज ने विरोध तेज किया है । राजस्थान सरकार ने फिल्म पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की पहले ही घोषाणा कर दी है ।