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Rajasthan: सुरंग में छिपा रखे थे गहने और दस्तावेज, हैरत में आयकर टीम

Rajasthan सुरंग में एक पेन ड्राइव और कुछ पुराने जमाने के बही-खाते मिले जिनमें बहुत छोटे अक्षरों में रकम के लेनदेन का हिसाब लिखा हुआ था। इसमें कालेधन से जुड़े डिजिटल डेटा को भी हार्ड डिस्क में छिपाकर रखा गया था।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 09:01 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 09:01 PM (IST)
Rajasthan: सुरंग में छिपा रखे थे गहने और दस्तावेज, हैरत में आयकर टीम
सुरंग में छिपा रखे थे गहने और दस्तावेज। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan: राजस्थान के तीन बड़े व्यावसायिक समूहों के ठिकानों पर आयकर विभाग की ओर से तीन दिन तक की गई छापेमार कार्रवाई में 1400 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय उजागर हुई है। आयकर विभाग की कार्रवाई में कई ऐसे तथ्य भी सामने आए हैं, जिनके आधार पर अन्य शहरों में कुछ और समूहों के ठिकानों पर अघोषित आय होने के संकेत मिले हैं। इनके कुल 20 परिसरों पर छापेमारी की गई है। इस दौरान एक समूह के ठिकाने पर गुप्त सुरंग अधिकारियों को मिली, जिसमें सोने और चांदी के जेवरात सहित महंगे रत्न व एंटीक सामान रखे हुए थे। इसमें कुछ खास दस्तावेज भी थे।

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आयकर विभाग ने जयपुर के सिल्वर आर्ट समूह, चौरडिया समूह और गोकुल समूह पर छापेमार कार्रवाई की। इस कार्रवाई के दौरान सिल्वर आर्ट समूह के यहां अधिकारियों को गुप्त सुरंग मिली। इसमें जेवरात से भरी करीब एक दर्जन बोरियां मिलने की जानकारी सामने आई है। इस समूह के यहां दस्तावेज में ब्याज का कारोबार करने की बात भी सामने आई है। ज्वेलर सिल्वर आर्ट समूह के यहां 525 करोड़ के अघोषित लेन-देन से जुड़े दस्तावेज मिले हैं । बताया जाता है कि जौहरी और उसके स्टाफ ने पहले तो आयकर अधिकारियों को स्टॉक रजिस्टर रखे जाने से इन्कार किया, लेकिन बाद में एक गुप्त ताला खोले जाने पर सुरंग की जानकारी हुई। सुरंग में एक पेन ड्राइव और कुछ पुराने जमाने के बही-खाते मिले, जिनमें बहुत छोटे अक्षरों में रकम के लेनदेन का हिसाब लिखा हुआ था। इसमें कालेधन से जुड़े डिजिटल डेटा को भी हार्ड डिस्क में छिपाकर रखा गया था।

कुछ कर्मचारियों के नाम से भी रकम बैंकों में जमा कराने और ब्याज पर लेनदेन करने की बात जांच में सामने आई है । वहीं, चौरडिया समूह के यहां करीब 650 करोड़ रुपये के लेनदेन का हिसाब मिला है। यह समूह कालोनी विकसित करने के साथ ही फ्लैट बनाकर बेचने और ब्याज पर रकम देने का काम करता है। तीसरा गोकुल समूह भी जयपुर के अलावा प्रदेश के कई शहरों में टाउनशिप विकसित करने का काम करता है। बड़े पैमाने पर जमीनों के खरीदे-बेचने का काम भी इस समूह का है। इस समूह के खातों में भी गड़बड़ी का पता चला है। इस समूह से 122 करोड़ रुपये ब्याज पर लोगें को उधार दे रखे हैं। तीनों समूहों के यहां 1400 करोड़ से अधिक की अघोषित आय उजागर हुई है।

ऐसी थी सुरंग

सिल्वर आर्ट समूह के एक ठिकाने की जांच के दौरान आयकर अधिकारियों की टीम गुप्त सुरंग देखकर हैरान रह गई। इस सुरंग में एक कमरे की दीवार के आगे दूसरी दीवार बनाई हुई थी। दोनों दीवारों के बीच एक छोटी सुरंग बनाई गई थी, जिसमें एक व्यक्ति का भी पहुंचना मुश्किल होगा। काफी गहरी इस सुरंग के ऊपर पानी के टैंक जैसा ढक्कन लगा हुआ था।


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