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Coronavirus: राजस्थान में 18 दिन में 14 गुना बढ़ गई प्रवासी संक्रमितों की संख्या

Coronavirus यहां पिछले 18 दिन में प्रवासी संक्रमितों की संख्या 14 गुना से ज्यादा हो चुकी है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 04:16 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 04:16 PM (IST)
Coronavirus: राजस्थान में 18 दिन में 14 गुना बढ़ गई प्रवासी संक्रमितों की संख्या
Coronavirus: राजस्थान में 18 दिन में 14 गुना बढ़ गई प्रवासी संक्रमितों की संख्या

राज्य ब्यूरो, जयपुर। Coronavirus: राजस्थान में कोरोना संक्रमित मरीजों में अब अधिकतर राजस्थान लौटे प्रवासी हैं। स्थिति यह है कि यहां पिछले 18 दिन में प्रवासी संक्रमितों की संख्या 14 गुना से ज्यादा हो चुकी है। यहां 13 मई को 172 प्रवासी संक्रमित थे, जो 31 मई को सुबह 8.30 बजे तक 2458 हो चुके हैं।

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राजस्थान से श्रमिकों का पलायन तो लाॅकडाउन एक से ही शुरू हो गया था, लेकिन राजस्थान के बाहर से आने वालों का सिलसिला एक मई के बाद तेजी से बढ़ा है। सरकारी आंकड़ों पर ही भरेसा करें तो दो दिन पहले तक नौ लाख से ज्यादा लोग राजस्थान में आ चुके थे। यह आंकड़ा सिर्फ उन लोगों का है, जो दूसरे राज्यों से राजस्थान आए। राजस्थान में ही अपने जिले या शहर से गांव लौटे लोगों की संख्या का तो कोई आंकड़ा ही उपलब्ध नहीं है। अपने घर लौटे प्रवासियों के कारण मई में सामने आए संक्रमण के 60 प्रतिशत से ज्यादा मामले इन्हीं के थे।

राजस्थान के चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के अनुसार 13 मई को राजस्थान में 172 प्रवासी संक्रमित थे, जो 31 मई को बढ़ कर 2458 तक पहुंच गए है। यानी इनकी संख्या में 18 दिन में 14 गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है। कुल संक्रमितों में प्रवासी संक्रमितों की संख्या की बात करें तो यह आंकड़ा करीब 28 प्रतिशत का बैठता है। यानी राजस्थान के कुल संक्रमितों में से हर चौथा संक्रमित प्रवासी है।

प्रवासी राजस्थानी सबसे ज्यादा जालौर, पाली, सिरोही, सीकर, राजसमंद और सीकर जिले में पहुंचे हैं और इनमें से अधिकतर महाराष्ट्र और गुजरात से आए हैं। गुजरात राजस्थान का पड़ोसी जिला है, यहां से सबसे ज्यादा तीन लाख से अधिक प्रवासी राजस्थान लौटे हैं। इसी तरह महाराष्ट्र से 23 हजार से ज्यादा प्रवासी राजस्थान आ चुके हैं। इन राज्यों से आए प्रवासी ज्यादातर प्रवासी पाली, जालौर, सिरोही, राजसमंद और सीकर, नागौर और उदयपुर में ही आए हैं। यही कारण है कि महामारी आने के बाद 50 से ज्यादा दिन तक इससेे अछूते रहे सिरोही, जालौर, राजसमंद जैसे जिलों में अब संक्रमितो की संख्या बढ़ती जा रही हैं।

सिरोही में कुल 157 संक्रमित थे, जिनमें से 134 प्रवासी है। इसी तरह जालौर में 162 में से 150, राजसमंद में 140 में से 122, सीकर में 202 में से 164, पाली में 455 में से 317, नागौर में 446 में से 315 और उदयपुर में 543 में से 97 संक्रमित प्रवासी राजस्थानी हैं। इन जिलों में से सीकर, नागौर और जालौर को छोड़ दें तो बाकी जिलों में भी आदिवासी भी बड़ी संख्या में हैं, जो दुर्गम वन क्षेत्रों में बसे हुए हैं। उन तक यदि यह संक्रमण पहुंचता है तो सरकार के लिए स्थितियों का संभालना बहुत मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में प्रवासियों में संक्रमण के बढ़ते मामले सरकार के लिए चिंता का कारण बने हुए हैं। इसी के चलते खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए प्रदेश भर के 11 हजार से ज्यादा पंचायतराज प्रतिनिधियों से ग्रामीण क्षेत्रों में क्वारंटीन सुविधाओं के बारे में चर्चा की और इसका फीडबैक लिया। 


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