Move to Jagran APP

कोटा के सरकारी अस्पताल में दिसंबर माह में मृतक बच्चों की संख्या हुई 99

राजस्थान में कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है। दिसंबर माह में 99 बच्चों की मौत होने की बात सामने आई है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 01 Jan 2020 02:44 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jan 2020 02:44 PM (IST)
कोटा के सरकारी अस्पताल में दिसंबर माह में मृतक बच्चों की संख्या हुई 99
कोटा के सरकारी अस्पताल में दिसंबर माह में मृतक बच्चों की संख्या हुई 99

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है। दिसंबर माह में 99 बच्चों की मौत होने की बात सामने आई है। इनमें 30 और 31 दिसंबर को 10 बच्चों की मौत होना शामिल है।

loksabha election banner

हालांकि अस्पताल प्रशासन ने अब तक 91 बच्चों की मौत होने ही अधिकारिक रूप से स्वीकारी है,लेकिन अनौपचारिक रूप से चिकित्सकों ने 99 बच्चों की मौत होने की बात कही है। अस्पताल अधीक्षक संजय दुलारा ने कहा कि 24 दिसंबर तक 77 और 25 से 30 दिसंबर के बीच 14 बच्चों की मौत हुई । 99 बच्चों की मौत के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। कोटा में बच्चों की मौत के मामले को लेकर कोटा से लेकर जयपुर-दिल्ली तक बवाल मचा हुआ है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवदृर्धन ने बच्चों की मौत के मामले में सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। भाजपा की महिला सांसदों की टीम मंगलवार को ही अस्पताल का दौरा कर दिल्ली लौटी है। उधर बच्चों की मौत के बाद हरकत में आए प्रशासन ने कोटा जेकेलोन अस्पताल के शिशु रोग विभाग की इकाईयों का पुनर्गठन किया है। इसके साथ ही सेंट्रल आॅक्सीजन सप्लाई लाइन के आर्यादेश जारी किए गए हैं । यह काम 15 दिन में पूरा किया जाएगा। नया इमजेंसी वार्ड बनाने का भी निर्णय लिया गया है ।

अलवर के अस्पताल में झुलसी बच्ची की मौत

अलवर के राजकीय गीतानंद शिशु अस्पताल में एफबीएनसी वार्ड (फैसिलिटी बेस्ड न्यूबोर्न केयर) में शॉर्ट सर्किट से लगी आगा में झुलसी बच्ची की बुधवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। आग के कारण बच्ची 70 फीसदी झुलस गई थी। वॉर्म मशीन के कुछ हिस्से भी बच्ची के शरीर पर चिपक गए थे। बच्ची इलाज के लिए जयपुर के जेकेलोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां इलाज के दौरान बुधवार सुबह बच्ची की मौत हो गई ।

मृतक बच्ची 21 दिन पहले ही पैदा हुई थी। सांस में दिक्कत होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बच्ची को वॉर्म मशीन में रखा गया था। मंगलवार सुबह 5 बजे अचानक शॉर्ट सर्किट से वार्ड में आग लग गई,जिससे वॉर्म मशीन में रखी गई बच्ची झुलस गई थी।बच्ची को गंभीर हालत में जयपुर के जेकेलोन अस्पताल में रैफिर किया गया था। 

चिकित्सा मंत्री बोले,दोनों घटना दुखद,जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी 

चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने बुधवार को कहा कि कोटा और उसके बाद अलवर में बच्ची के झुलसने की घटना दुखद है। अलवर की घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की है। इस समिति में संयुक्त निदेशक सुरेश भंडारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ओपी मीणा और चिकित्सा अधिकारी सुनील चौहान शामिल है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के लिए जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी । 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.