सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी व गृहमंत्री से गहलोत और वसुंधरा राजे का नार्को टेस्ट कराने की मांग की
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की आपसी लड़ाई में सियासी संकट आया उसमें वसुंधरा राजे ने भाजपा का पक्ष लेने के बजाय गहलोत सरकार को बचाने में पूरी मदद की। उनके सियासी सिपाही अक्सर गहलोत के आवास पर नजर आते थे।
जयपुर, जागरण संवाददाता। एनडीए गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। बेनीवाल ने आरोप लगाया कि पिछले 22 वर्षों से इन दोनों के आपसी गठजोड़ से प्रदेश की जनता त्रस्त है। दोनों एक-दूसरे के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालते हैं।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और सांसद बेनीवाल ने एक ट्वीट में कहा कि गहलोत और वसुंधरा के गठजोड़ की सच्चाई सामने आना आवश्यक है। वहीं शुक्रवार को नागौर में एक बयान में उन्होंने कहा कि गहलोत व वसुंधरा दोनों फौजमार कप्तान है। इनके गठजोड़ व कारनामों से ऐसा लगता है कि दोनों ने प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा का बंटाधार करने की सुपारी ले रखी है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और सांसद बेनीवाल ने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की आपसी लड़ाई में सियासी संकट आया, उसमें वसुंधरा राजे ने भाजपा का पक्ष लेने के बजाय गहलोत सरकार को बचाने में पूरी मदद की। उनके सियासी सिपाही अक्सर गहलोत के आवास पर नजर आते थे।
कांग्रेस की तरफ से जब भी भाजपा नेताओं पर आरोप लगाए जाते हैं तो वसुंधरा राजे चुप रहती हैं। इसी तरह गहलोत कभी वसुंधरा राजे के खिलाफ नहीं बोलते। प्रदेश के खान घोटालों सहित अन्य कारनामों की जांच के लिए माथुर आयोग बनाकर लिपा-पोती की गई। एकल पट्टा प्रकरण,बजरी व परिवहन घोटाला,फन किंगडम आदि मामले ऐसे मामले हैं, जिनमें गहलोत और वसुंधरा राजे ने एक दूसरे की मदद की। दोनों ने एक-दृसरे को कानूनी कार्रवाई से बचाया।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और सांसद बेनीवाल ने कृषि कानून रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि इस मुद्दे को लेकर शनिवार को जयपुर में पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी,जिसमें केंद्र सरकार से समर्थन वापसी को लेकर विचार किया जाएगा।