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Rajasthan Weather Update: राजस्थान के माउंट आबू में माइनस चार डिग्री पर पहुंचा पारा

Rajasthan Weather Update मौसम विभाग ने माउंट आबू में माइनस चार डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया। मौसम विभाग के अनुसार मैदानी इलाकों में चुरू व भीलवाड़ा 3.4 डिग्री के साथ सबसे ठंडे स्थानों के रूप में दर्ज किए गए। रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 02:24 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 02:24 PM (IST)
Rajasthan Weather Update: राजस्थान के माउंट आबू में माइनस चार डिग्री पर पहुंचा पारा
राजस्थान के माउंट आबू में चार डिग्री पर पहुंचा पारा। फाइल फोटो

जयपुर, प्रेट्र। Rajasthan Weather Update: राजस्थान में मौसम का मिजाज फिर से बदलने से माउंट आबूू में पारा माइनस चार डिग्री सेल्सियस पर पहंच गया है। माउंट आबू में तापमान में गिरावट आने से कई जगह बर्फ की हल्की परत जम गई है। पर्यटकों ने इसका आनंद लिया। मौसम विभाग ने सोमवार को माइनस चार डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया। मौसम विभाग के अनुसार, मैदानी इलाकों में चुरू और भीलवाड़ा 3.4 डिग्री के साथ सबसे ठंडे स्थानों के रूप में दर्ज किए गए। राज्य में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। पिलानी, सीकर, वनस्थली, एरनपुरा रोड (पाली), चित्तौड़गढ़, करौली, अलवर और बीकानेर में न्यूनतम 3.9, 4.5, 4.8, 5, 5.1, 6.3, 6.4 और 6.6 डिग्री जबकि भरतपुर, धौलपुर, जयपुर में रात का तापमान दर्ज किया गया। अजमेर, कोटा और बाड़मेर क्रमशः 7, 7.3, 7.7, 8.1, 8.4 और 9.3 डिग्री तापमान रहा। 

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गौरतलब है कि रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान ने पिछले एक दशक का रिकार्ड तोड़ दिया। 24 जनवरी का दिन 10 साल में सबसे सर्द रहा। सुबह घने कोहरे के कारण दृश्यता का स्तर 100 मीटर तक रहा। इससे यातायात भी प्रभावित हुआ। पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी का असर पूरे मैदानी इलाके में दिखाई दे रहा है। दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 15 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 8.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पूर्व 2012 से अभी तक 24 जनवरी की तारीख का यह सबसे कम अधिकतम तापमान है। 2012 में यह 20.2 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं, स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि ठिठुरन भरी इस ठंड से अभी सप्ताह भर तक निजात मिलने के आसार नहीं हैं। अभी किसी पश्चिमी विक्षोभ के आने की संभावना भी नहीं है। उन्होंने बताया कि उत्तर पश्चिमी हवाओं के साथ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र की बर्फबारी का असर लगातार दिल्ली तक पहुंच रहा है।


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