Rajasthan: टोंक में बच्ची से दरिंदगी के मामले में ट्रक ड्राइवर हिरासत में
Misbehavior with Minor girl. राजस्थान के टोंक में छह साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को हिरासत में लिया है।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के टोंक जिले के खेडली में छह साल की बच्ची से दुष्कर्म कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने एक ट्रक ड्राइवर को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि ड्राइवर महेंद्र मीणा बच्ची के गांव में ही रहता है। स्निफर डॉग की मदद से पुलिस आरोपित तक पहुंची।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ड्राइवर ने नशे की हालत में बच्ची को टॉफी खिलाई। फिर अपने साथ ले गया। कई घंटे उसे ट्रक में घुमाता रहा। इसके बाद दुष्कर्म किया और फिर गला दबाकर बेरहमी से बच्ची की हत्या कर दी। इसके बाद शव को गांव में ही झाड़ियों में फेंक कर घर चला गया। पुलिस के खोजी कुत्ते को घटनास्थल पर ले जाया गया था। उसी के मदद से पुलिस आरोपित के घर के पास पहुंच गई। वहां पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि एक ट्रक ड्राइवर का घर है।
वह देर रात घर पहुंचा था। पुलिस ने जब घर जाकर जांच की तो ड्राइवर बुरी तरह से नशे में था। इसके बाद पुलिस ट्रक ड्राइवर को पकड़कर थाने ले आई और उससे पूछताछ की गई। बताया जा रहा है कि आरोपित ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस को जहां बच्ची का शव मिला उससे कुछ दूरी पर शराब, बीयर की टूटी बोतलें मिली थीं। वहीं, पास में ही टॉफी की पन्नियां, जर्दे, गुटखे के पाउच मिले थे।
टोंक में छह साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या
राजस्थान के टोंक जिले में छह साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला सामने आया है। दुष्कर्म के बाद आरोपित ने स्कूल बेल्ट से उसका गला घोंट दिया। रविवार को घनी झाड़ियों के बीच बच्ची का शव मिला। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
यह वारदात टोंक जिले के अलीगढ़ कस्बे के खेडली गांव में हुई। बच्ची गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ती थी। शनिवार को स्कूल में कार्यक्रम होने के कारण वह स्कूल में ही थी। अपरान्ह करीब तीन बजे तक काफी संख्या में ग्रामीण भी वहां थे, लेकिन कार्यक्रम खत्म होने के बाद भी बच्ची घर नहीं पहुंची। दरअसल, बच्ची यहां अपने मामा के साथ रहती है। उसके चार मामा यहां रहते हैं। बच्ची के माता-पिता मध्य प्रदेश में रहते हैं। बच्ची जिस मामा के यहां रहती है, वहां नहीं पहुंची तो उसने समझा कि वह दूसरे मामा के पास होगी। इसलिए शाम सात बजे तक परिजनों ने बच्ची को ढूंढा ही नहीं। बाद में उसे ढ़ूंढने लगे तो कहीं पता नहीं चला। रविवार सुबह ग्रामीणों को गांव के बाहर एक मंदिर के पीछे स्थित बबूल की झाड़ियों में बच्ची का खून से सना शव मिला।
सूचना मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। जिस बेल्ट उसकी हत्या की गई, वह उसके गले में पड़ा था और बच्ची की आंखे बाहर आ गई थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए टोंक मुख्यालय के सआदत राजकीय अस्पताल भिजवा दिया। एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया है। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है। अधिकारियों का कहना है कि मामला काफी गंभीर है और शुरूआती जांच से ऐसा लग रहा है कि कोई जानकार ही बच्ची को साथ ले गया और दुष्कर्म के बाद उसने हत्या कर दी। आरोपितों की तलाश के लिए विशेष टीम लगाई गई है।
सीएम अशोक गहलोत ने की घटना की निंदा
वहीं, इस घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार रात कहा कि आरोपितों को बख्शा नहीं जाएगा। बच्ची से दुष्कर्म और हत्या बेहद निंदनीय और शर्मनाक है। गहलोत ने कहा कि जघन्य अपराध के आरोपितों को बख्शा नहीं जाएगा।