राजस्थान में तबादलों को लेकर भिड़े मंत्री और विधायक
राजस्थान में सराफ और भीमा भाई के बीच काफी देर तक विवाद होता रहा। इससे पहले भी सराफ का भाजपा विधायकों और नेताओं के साथ तबादलों को लेकर विवाद हो चुका है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में सत्तारूढ़ दल भाजपा चुनावी मोड पर है, लेकिन समय-समय पर मंत्रियों और नेताओं के विवादित बयान एवं आपसी झगड़े पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी करते रहते हैं। इसी के तहत सोमवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में राज्य के चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ और विधायक भीमा भाई के बीच जमकर विवाद हुआ।
मंत्री और विधायक के बीच हुई तू-तू, मै-मै के दौरान पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता दोनों को समझाने में जुटे रहे, लेकिन दोनों नहीं माने, अंतत: एक-दूसरे के लिए अपशब्दों का प्रयोग करते हुए अपनी-अपनी गाड़ियों में बैठकर कार्यालय से रवाना हो गए।
जानकारी के अनुसार, पार्टी कार्यालय में होने वाली नियमित जनसुनवाई के दौरान सोमवार को चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ सुनवाई कर रहे थे। इसी दौरान विधायक भीमा भाई कार्यालय में पहुंचे और अपनी सिफारिश के तबादले नहीं होने पर नाराजगी जताने लगे। इस पर सराफ ने कहा, आपने कागज दे दिया, कागज जैसे आएगा वैसे ही जाएगा। इस पर भीमा भाई नाराज हो गए।
सराफ और भीमा भाई के बीच काफी देर तक विवाद होता रहा। इससे पहले भी सराफ का भाजपा विधायकों और नेताओं के साथ तबादलों को लेकर विवाद हो चुका है।
तबादलों को लेकर कुछ दिन पूर्व चिकित्सा राज्यमंत्री बंशीधर बाजीया और शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी के बीच हाथापाई भी हो चुकी है। देवनानी का भी कई नेताओं के साथ तबादलों को लेकर विवाद हो चुका है।