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Rajasthan: दलित मूक-बधिर बालिका से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मायावती व भाजपा ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना

Mayawati राजस्थान के दौसा में दलित मूक-बधिर बालिका से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मायावती व भाजपा ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 06 Sep 2020 04:51 PM (IST)Updated: Sun, 06 Sep 2020 04:51 PM (IST)
Rajasthan: दलित मूक-बधिर बालिका से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मायावती व भाजपा ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना
Rajasthan: दलित मूक-बधिर बालिका से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मायावती व भाजपा ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना

जागरण संवाददाता, जयपुर। Mayawati: राजस्थान में दौसा जिले के बगड़ी गांव में करीब एक माह पूर्व दलित समाज की मूक-बधिर बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म के पांच आरोपितों को पुलिस अब तक नहीं पकड़ पाई है। पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने के लिए तीन विशेष टीमें गठित कीं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली। इसी बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान में जिला दौसा के ग्राम बगड़ी की मूक-बधिर दलित बालिका के साथ पिछले चार अगस्त को किए गए सामूहिक दुष्कर्म के सभी आरोपित अभी तक नहीं पकड़े गए हैं। पीड़ित परिवार की शिकायत है कि वहां की कांग्रेस सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है, जो अति दुखद व अति निंदनीय है।

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मायावती ने दूसरे ट्वीट में कहा कि राज्य सरकार से मांग है कि वह अपनी दलित विरोधी मानसिकता व कार्यशैली को त्यागकर सामूहिक दुष्कर्म के सभी आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर के पीड़ित परिवार को जल्द न्याय दिलाए। वहीं, भाजपा के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर व पूर्व विधायक जितेंद्र गोठवाल ने राज्य सरकार पर आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। दोनों नेताओं ने कहा कि पुलिस कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर रही है ।

जानें, क्या है मामला

घटना के बाद पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस ने पीड़िता के परिजनों से मिली और इस मामले में शिकायत दर्ज की है। मंडावरी थाने में मुकदमा दर्ज हो गया है। पुलिस की ओर से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों की तलाश तेज कर दी गई है। बालिका मूक-बधिर होने के चलते उसने इस वारदात को अपने परिजनों को भी नहीं बता पाई, जिसके चलते तीन दिन बाद प्रशासन के माध्यम से पुलिस के अधिकारियों के पास घटना की सूचना मिली। दौसा के पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में पीड़िता ना तो बोल कर बयान दे पा रही थी और ना ही लिख कर। ऐसे में इंटरप्रेटर के माध्यम से पीड़िता के बयान दर्ज किए गए हैं। साथ ही, अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल भी करा दिया है।

आरोपित अनिल, किरोडी, धर्मेंद्र, राजकेश व धारा मीणा के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़िता की मां ने पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि वह अपने पीहर गई थी और उसका पति में दुबई रहता है। इसी का फायदा उठाकर आरोपियों ने पीड़िता को अगवा कर एक धार्मिक स्थल पर ले गए। वहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। पीड़िता के मूक बधिर होने के कारण घटना की जानकारी मिलने में भी देरी हुई। 


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