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Rajasthan: शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पार्थिव देह जयपुर पहुंची, सैनिक सम्मान के साथ कल होगा अंतिम संस्कार

Martyr Colonel Ashutosh Sharma. शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पार्थिव देह वायु सेना के विशेष विमान से जयपुर एयरपपोर्ट पहुंची।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 04 May 2020 07:48 PM (IST)Updated: Mon, 04 May 2020 07:49 PM (IST)
Rajasthan: शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पार्थिव देह जयपुर पहुंची, सैनिक सम्मान के साथ कल होगा अंतिम संस्कार
Rajasthan: शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पार्थिव देह जयपुर पहुंची, सैनिक सम्मान के साथ कल होगा अंतिम संस्कार

राज्य ब्यूरो, जयपुर। Martyr Colonel Ashutosh Sharma. कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए कर्नल आशुतोष शर्मा की पार्थिव देह सोमवार को जयपुर पहुंच गई। अब मंगलवार सुबह जयपुर में ही पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनकी पार्थिव देेह को तिरंगे में लिपटे देख परिजनों की आंखों में आंसू तो थे, लेकिन चेहरे पर गर्व का भाव भी था।

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शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पार्थिव देह वायु सेना के विशेष विमान से सोमवार को दोपहर बाद साढ़े तीन बजे जयपुर एयरपपोर्ट पहुंची। यहां आशुतोष शर्मा की मां,उनकी पत्नी पल्लवी,बेटी तमन्ना और भाई पीयूष शर्मा मौजूद थे। आर्मी के अधिकारियों ने पार्थिव देह को फूलों से सजे हुए ट्रक में सम्मान से रखा और दस गाडियों के काफिले के साथ उनकी पार्थिव देह जयपुर के सैनिक अस्पताल लाई गई। अब मंगलवार सुबह नौ बजे हसनपुरा- खातीपुरा रोड सैन्य क्षेत्र में उनका सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान सेना के वरिष्ठ अधिकारी, शहीद आशुतोष शर्मा के परिजन और सैनिक कल्याण मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे।

एयरपोर्ट पर कर्नल आशुतोष के पार्थिव देह को तिरंगे में लिपटा देख उनके परिवार को अपने लिए संभालना मुश्किल हो गया। शहीद कर्नल की मां ने बड़ी मुश्किल से अपने आपको संभाला। सेना के अधिकारियों ने शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा का सामान परिवार के सदस्यों को दिया तो पूरा परिजनों के सब्र के बांध एकाएक टूट गया, लेकिन जल्द ही उन्होंने खुद को संभाला। आशुतोष की पत्नी पल्लवी अपनी सास और बेटी को हिम्मत देती हुई कार तक लाई और फिर पार्थिव देह के साथ सैनिक अस्पताल तक पहुंचीं।

आशुतोष ने एक मई को ही पूरे परिवार के साथ टेलीफोन पर बात की थी। इसके बाद वे ऑपरेशन में व्यस्त हो गए थे। उनका सिर्फ एक मैसेज परिवार के पास आया था और रविवार सुबह उनके शहीद होने की खबर आ गई। उन्होंने अपनी मां से कहा था कि वे उसे हंदवाड़ा बुलाएंगे और यहां घुमाएंगे, लेकिन वे इस तरह आएंगे यह किसी ने नहीं सोचा था। पल्लवी ने मीडिया से बातचीत में कुछ नहीं कहा, लेकिन उनके चेहरे पर दुख के साथ साथ गर्व का भाव था। आशुतोष शर्मा मूलत उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले है, लेकिन उनका परिवार पिछले 15 वर्ष से जयपुर में ही रहता है। उनके भाई का कहना था कि इस समय पार्थिव देह को इतनी दूर ले जाना संभव नहीं है, इसलिए अंतिम संस्कार जयपुर में ही करेंगे।  

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