Ashok Gehlot Birthday: 69 के हुए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, कई नेताओं ने दी बधाई
Ashok Gehlot Birthday. सोनिया गांधी राहुल गांधी व प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने टेलीफोन कर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को जन्मदिन की बधाई दी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Ashok Gehlot Birthday. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को अपना 69वां जन्मदिन मनाया। राज्यपाल कलराज मिश्र, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने टेलीफोन कर गहलोत को जन्मदिन की बधाई दी। कोरोना महामारी के कारण गहलोत के जन्मदिन पर कोई बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया। कुछ समर्थकों ने व्यक्तिगत स्तर पर जरूरतमंदों को भोजन के पैकेट्स व अन्य आवश्यक सामाग्री वितरित की।
तीसरी बार मुख्यमंत्री बने गहलोत को कांग्रेस में अनुभवी और कुशल रणनीतिकारों की अगली पंक्ति के नेताओं में गिना जाता है। गहलोत कांग्रेस में प्रदेश से लेकर केंद्र की राजनीति तक में बराबर दखल रखते हैं। पार्टी में उनकी छवि कांग्रेस में संकटमोचक और कुशल रणनीतिकार की मानी जाती है। कांग्रेस में कई मौके ऐसे आए हैं, जिनमें आलाकमान ने गहलोत को जिम्मेदारी दी और वे संकटमोचक और कुशल रणनीतिकार साबित हुए। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के विधायकों को करीब तीन दो माह पूर्व जयपुर में रखकर उन्होंने आलाकमान के निर्देशों का पालन किया।
पंजाब और गुजरात में निभाई थी महत्वपूर्ण भूमिका
2013 के चुनावों में कांग्रेस की बुरी तरह हार के बाद कई नेता मान रहे थे कि अब कांग्रेस में जनरेशन शिफ्ट के तहत नए नेताओं को आगे लाया जाएगा, लेकिन गहलोत ने विपक्ष में रहने के दौरान भी सक्रियता नहीं छोड़ी। आलाकमान ने गहलोत को पंजाब की जिम्मेदारी दी और फिर गुजरात का प्रभारी महासचिव बनाया। गहलोत ने कुछ ही समय में गुजरात में कांग्रेस को पहले से अधिक मजबूत स्थिति में ला दिया। राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल की लगभग हारी हुई बाजी को गहलोत की रणनीति ने जीत में बदल दिया। उस समय गहलोत की रणनीति की देशभर में चर्चा हुई थी, क्योंकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति के आगे अहमद पटेल की राज्यसभा सीट पर रणनीतिक रूप से जीत आसान नहीं थी, लेकिन उस समय गहलोत अपनी रणनीति सफल रहे। गहलोत ने कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में भूमिका निभाई।
विधानसभा चुनाव में अपनी रणनीति से चौंकाया
संगठन महासचिव रहते हुए विधानसभा का चुनाव लड़कर और तीसरी बार मुख्यमंत्री बनकर गहलोत ने राजनीतिक प्रेक्षकों को चौंका दिया था। संगठन महासचिव रहते हुए विधानसभा चुनाव से पहले "मैं थां सू दूर नहीं" का बयान देकर गहलोत ने साफ इशारा कर दिया था कि वे कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति में भले हो, लेकिन राजस्थान में भी दखल रखेंगे। सचिन पायलट को दरकिनार कर वे फिर सीएम बन गए। तीसरी बार राजस्थान के सीएम बनने के बाद गहलोत कांग्रेस की केंद्रीय राजनीति में भी बराबर सक्रिय हैं। कांग्रेस शासित राज्यों में जब भी कोई सियासी संकट आता है तो गहलोत को ही हाईकमान जिम्मेदारी सौंपता है।