Rajasthan Rain: माही नदी खतरे के निशान पर, गलियाकोट में बाढ़ के हालात
Rajasthan Rain जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट की घोषणा करते हुए नदी तट के इलाकों में रहने वालों को अपने मकान खाली कर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan Rain: राजस्थान में लगातार बारिश के चलते सोमवार को बांसवाड़ा तथा डूंगरपुर जिले से गुजरने वाली माही नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके चलते गलियाकोट में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट की घोषणा करते हुए नदी तट के इलाकों में रहने वालों को अपने मकान खाली कर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। गलियाकोट माही नदी में गुजरात के कड़ाणा बांध के बैंक वाटर अपने खतरे के निशान से उपर पहुंच गया है। यहां का जलस्तर 421.10 फीट पहुंचने पर कड़ाणा बांध के गेट खोल दिए गए। इसके माही नदी के जलस्तर में कमी आई लेकिन गलियाकोट में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। तटीय इलाकों तथा निचली बस्तियों में पानी भर चुका है।
जिला कलक्टर कानाराम ने गलियाकोट का दौरा कर बाढ़ से बचाव के लिए अधीनस्थ अधिकारियों तथा जुटी टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बताया गया कि गलियाकोट की भोई बस्ती से प्रभावित परिवारों को शिफ्ट किया गया है। जिला कलक्टर ने अधिकारियों को हालात पर नजर रखने, माही बांध तथा कड़ाणा बांध के अधिकारियों से संपर्क बनाएं रखने और खतरे की स्थिति में कस्बा खाली कराने के निर्देश दिए हैं। कड़ाणा डैम के गेट खोल जाने के बाद बैक वाटर के जलस्तर पर दो फीट की कमी तो आई है लेकिन बाढ़ के हालात बने हुए हैं।इधर, गलियाकोट के सरपंच तुलसीराम मईड़ा का कहना है बचाव दल की टीम कस्बे में डेरा डाले हुए है। पुलिस के साथ तैराकों की टीम, रबर बोट, रस्से तथा लाइफ जैकेट की व्यवस्था है।
उपखंड अधिकारी राजेश मीणा, तहसीलदार रमेशचंद्र बड़ेरा, अधीक्षक अभियंता केएस कलासुआ, अधिशासी अभियंता रमेशचंद्र तथा थानाधिकारी भानू प्रताप सिंह कस्बे में बने हुए हैं। बेणेश्वर धाम फिर से टापू में तब्दील, बांसवाड़ा का सडक़ संपर्क टूटा आदिवासियों के प्रयागराज बेणेश्वर धाम फिर से टापू में तब्दील हो गया है।बेणेश्वर धाम पर बने तीनों ही पुलिस साबला, वलाई तथा गनोड़ा तीनों पर बारह फीट से अधिक पानी बह रहा है। पिंडावल गांव के समीप सड़क टूटने तथा लसाड़ा पुल पर पंद्रह फीट से अधिक पानी बहने से बांसवाड़ा जिले का उदयपुर से सीधा सड़क संपर्क टूट गया है। इसके चलते बांसवाड़ा जाने वाली छह रोडवेज सेवाएं रद कर दी गईं।