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गांव के नाम की वजह से पढ़ाई से लेकर शादी तक में आती है दिक्कत, आखिर ऐसा क्या है नाम

राजस्थान में धौलपुर जिले के चोरपुरा गांव के लोग अपने गांव का नाम बदलना चाहते है। गांव के नाम की वजह से कहीं बाहर जाते है तो बड़ी शर्मिंदगी महसूस होती है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 14 May 2019 01:06 PM (IST)Updated: Wed, 15 May 2019 01:39 PM (IST)
गांव के नाम की वजह से पढ़ाई से लेकर शादी तक में आती है दिक्कत, आखिर ऐसा क्या है नाम
गांव के नाम की वजह से पढ़ाई से लेकर शादी तक में आती है दिक्कत, आखिर ऐसा क्या है नाम

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में धौलपुर जिले के चोरपुरा गांव के लोग अपने गांव का नाम बदलना चाहते हैं। इसके लिए ग्रामीण लंबे समय से जिला कलेक्टर, राजस्व विभाग के अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक ज्ञापन दे रहे हैं। बावजूद इसके राजस्व रिकॉर्ड में अब तक गांव का नाम नहीं बदला जा सका है। अब ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही गांव का नाम नहीं बदला गया तो 6 माह बाद होने वाले पंचायत चुनाव में वे मतदान नहीं करेंगे।

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यही नहीं ग्रामीणों ने धमकी दी है कि वे सरकारी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि अपने गांव का नाम चोरपुरा बताने में शर्मिंदगी महसूस होती है। अब नई पीढ़ी के लोग इस गांव का नाम बदलवाने को लेकर अधिक सक्रिय हुए हैं। ग्रामीण अपने गांव का नाम बदलकर सज्जन्नपुरा या फिर कृष्ण धाम रखना चाहते हैं।

गांव में बसे हैं 100 परिवार
धौलपुर जिले की बसेड़ी तहसील के चोरपुरा गांव में करीब 100 परिवार बसे हुए हैं। इनमें से अधिकतर कुशवाहा समुदाय के हैं। बुर्जुग ग्रामीण राधेश्याम, जयनारायण और रामनिवास का कहना है कि हमारा तो अब बुढ़ापा आ गया, लेकिन नई पीढ़ी गांव के इस नाम को पसंद नहीं करती है।

उन्होंने बताया कि गांव के नाम की वजह से कहीं बाहर जाते हैं तो बड़ी शर्मिंदगी महसूस होती है। आसपास के गांवों के लोग तो हमारे बारे में जानते हैं, लेकिन जिले अथवा प्रदेश के बाहर जाकर अपना परिचय देते हैं तो लोग गलत नजरों से देखते हैं। उन्होंने कहा कि हालात यह हैं कि गांव के नाम के कारण हमारे बच्चों के विवाह के अच्छे प्रस्ताव भी नहीं आते हैं। ना तो कोई अच्छा व्यक्ति अपने बेटे का विवाह हमारे गांव में करना चाहता है और ना ही कोई अपनी बेटी को हमारे गांव में देना चाहता है।

बच्चों को बाहर जाकर पढ़ाई करने में भी दिक्कत आती है। क्षेत्रीय विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा का कहना है कि गांव का नाम बदलने को लेकर जिला कलेक्टर को मैंने कुछ दिन पूर्व ही पत्र लिखा है। अब राजस्व मंत्री और अधिकारियों से मिलकर गांव का नाम बदलवाने के प्रयास किए जाएंगे।

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