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वसुंधरा के लिए जिग्नेश, हार्दिक और कन्हैया बन सकते हैं मुसीबत

एक तरफ ये तीनों नेता भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगाने का प्रयास करेंगे,वहीं दूसरी ओर इनके दौरों से कानून-व्यवस्था बिगड़ने का खतरा हो सकता है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 30 Apr 2018 01:05 PM (IST)Updated: Tue, 01 May 2018 03:58 PM (IST)
वसुंधरा के लिए जिग्नेश, हार्दिक और कन्हैया बन सकते हैं मुसीबत
वसुंधरा के लिए जिग्नेश, हार्दिक और कन्हैया बन सकते हैं मुसीबत

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। गुजरात और दिल्ली में भाजपा को चुनौती देने वाले गुजरात के निदर्लीय विधायक जिग्नेश मेवाणी, गुजरात पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल और दिल्ली जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार अब राजस्थान में सक्रिय होने लगे हैं। इन तीनों युवा नेताओं की नजर भाजपा के वोट बैंक पर है। ये तीनों नेता वैसे तो अलग-अलग तरह से राजस्थान में सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन इनका मकसद करीब 6 माह बाद होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराना है। जिग्नेश मेवाणी, हार्दिक पटेल और कन्हैया कुमार आगामी दिनों में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए मुसीबत बन सकते हैं। इन तीनों ही नेताओं ने आगामी दिनों में राजस्थान में सक्रिय होने की बात कही है।

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जिग्नेश मेवाणी की नजर राजस्थान के दलित वोट बैंक पर है। उन्होंने प्रदेश में करीब 100 ऐसे युवाओं की टीम तैयार की है, जिनका दलित वर्ग में प्रभाव है। इन युवाओं को पिछले दिनों जिग्नेश मेवाणी ने गुजरात बुलाकर बात भी की है। दलित वोट बैंक को भाजपा से दूर करने के लिहाज से ही पिछले दिनों जिग्नेश मेवाणी पिछले दिनों जयपुर आए थे। जिग्नेश मेवाणी को नागौर में दलित सम्मेलन को संबोधित करने के लिए जाना था, लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए जयपुर हवाई अड्डे पर ही उन्हे रोक लिया था। अब जिग्नेश मेवाणी ने एससी वर्ग के लिए आरक्षित विधानसभा सीटों पर दौरे का कार्यक्रम बनाया है।

गुजरात पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल गुजरात से सटे राजस्थान के उदयपुर संभाग के जिलों में इन दिनों सक्रिय है। हार्दिक राजस्थान के गुर्जर और पाटीदार समाज के प्रमुख लोगों के संपर्क में हैं। वे जून के बाद राजस्थान में सक्रिय होंगे। पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान गुजरात से तड़ीपार किए गए हार्दिक पटेल छह माह तक उदयपुर रहे थे। इस दौरान उन्होंने गुर्जर और पाटीदार समाज के युवाओं की जिला स्तर पर इकाइयां गठित की और अब इन्ही के माध्यम से वे राजस्थान में सक्रिय होने की योजना बना रहे हैं। पूर्व विधायक पुष्कर डांगी का कहना है कि हार्दिक पटेल पाटीदार और गुर्जर सहित सभी वंचित जातियों के लिए राजस्थान में संघर्ष करेंगे। उन्होंने बताया कि हार्दिक द्वारा गठित नव निर्माण सेना प्रदेश के उदयपुर संभाग में सक्रिय हैं।उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों हार्दिक पटेल प्रतापगढ़ में एक सभा को संबोधित करने वाले थे, लेकिन राज्य सरकार ने अनुमति नहीं दी थी।

जिग्नेश मेवाणी और हार्दिक पटेल की तरह एक अन्य युवा नेता दिल्ली जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी राजस्थान विधानसभा चुनाव से पूर्व प्रदेश में सक्रिय होंगे। (कम्यूनिस्ट पार्टी आफ इंडिया) पीआईपी के पूर्व विधायक अमराराम का कहना है कि प्रदेश के शेखावाटी क्षेत्र में कन्हैया कुमार के दौरों का कार्यक्रम तय किया जा रहा है । इन तीनों युवा नेताओं की राजस्थान में बढ़ने वाली सक्रियता वसुंधरा राजे सरकार और भाजपा के लिए मुसीबत बन सकती है। एक तरफ ये तीनों नेता भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगाने का प्रयास करेंगे,वहीं दूसरी ओर इनके दौरों से कानून-व्यवस्था बिगड़ने का खतरा हो सकता है।  


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