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कम्प्यूटर कर्मी ने की आयकर विभाग के कार्यालय से सवा दो करोड़ की ज्वैलरी चोरी

आयकर विभाग के कार्यालय में रखी करीब सवा दो करोड़ रुपये की ज्वलैरी चोरी हो गई। कैमरे में आई उनकी तस्वीरों ने भी वारदात का खुलासा करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की ।

By Sachin MishraEdited By: Published: Sun, 22 Apr 2018 05:58 PM (IST)Updated: Mon, 23 Apr 2018 11:41 AM (IST)
कम्प्यूटर कर्मी ने की आयकर विभाग के कार्यालय से सवा दो करोड़ की ज्वैलरी चोरी
कम्प्यूटर कर्मी ने की आयकर विभाग के कार्यालय से सवा दो करोड़ की ज्वैलरी चोरी

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में कोटा के आयकर कार्यालय में संविदा पर कार्यरत कम्प्यूटर कर्मी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर शनिवार देर रात आयकर विभाग के कार्यालय में रखी करीब सवा दो करोड़ रूपए की ज्वलैरी चोरी कर ली। चोरी की जानकारी आयकर विभाग के कर्मचारियों को रविवार सुबह मिली जब किसी ने कार्यालय का मुख्य दरवाजा खुला होने की सूचना दी।

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आयकर विभाग का कार्यालय कोटा शहर के पुलिस कंट्रोल के पास ही स्थित है,लेकिन फिर भी पुलिस को चोरी की सूचना रविवार सुबह मिली। चोरी की सूचना मिलने पर आयकर और पुलिस विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस के अनुसार चोर आयकर विभाग के कार्यालय में पीछे की तरफ से घुसे थे। चोरों ने पहले तो सीसीटीवी कैमरे तोड़े और फिर दूसरी मंजिल पर इंवेस्टीगेशन विंग के कमरे में पहुंचे। चोरों ने वहां अलमारी का ताला तोड़कर तीन बॉक्स में रखी करीब  सवा दो करोड़ रूपए की ज्वैलरी चुरा ली।

चोरी हुई ज्वैलरी आयकर विभाग ने दो दिन पहले ही शहर के कैलाश चन्द्र,माणक चंद ज्वलैस के यहां आयकर सर्वे में जब्त की थी।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर कुमार ने बताया कि पुलिस ने रविवार सुबह से जांच शुरू की और सबसे पहले आयकर विभाग के कर्मचारियों से ही पूछताछ शुरू की। कड़ी पूछताछ में यहां संविदा पर कम्प्यूटर आॅपरेटर के रूप में कार्यरत विकास कुमार ने वारदात करना स्वीकार कर लिया। उसने अपने दो साथियों के साथ इस वारदात को अंजाम दिया था।

विकास कुमार यहां अप्रैल,2016 से संविदा पर काम कर रहा था,इस कारण उसे कार्यालय के सभी स्थानों की पूरी जानकारी थी । आरोपित अपने दो साथियों के साथ शनिवार रात दो बजे कार्यालय में पहुंचा और सोने और चांदी के आभुषण चुराने के बाद पुलिस को भ्रमित करने के लिए वहां रखे कुछ दस्तावेज फाड़ दिए,जिससे यह लग सके कि वारदात उस फर्म ने ही करवाई है जिसके यहां दो दिन पहले सर्वे की कार्रवाई की गई थी। आरोपितों ने कार्यालय के सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए,हालांकि एक कैमरे में वे कैद हो गए। कैमरे में आई उनकी तस्वीरों ने भी वारदात का खुलासा करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की । 


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