नशे के धंधे पर बड़ा खुलासा: तीन करोड़ की नशीली दवाईयां बरामद, स्टूडेंट्स को होनी थी सप्लाई
प्रतिबंधित नशीली दवाओं का जखीरा पकड़ा है । इसमें करीब 3 करोड़ रुपयों की 1 लाख 87 हजार 416 नशीली टेबलेट183 सिरप और 10 इंजेक्शन जब्त करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है ।
जागरण संवाददाता,जयपुर। जयपुर ग्रामीण पुलिस ने गुरुवार को दो अलग-अलग कार्रवाईयों को अंजाम देते हुए नशे के धंधे का बड़ा खुलासा किया है। एक ओर जहां 5 अलग-अलग जगहों पर दबिश देकर करोड़ों रुपए की नशीली दवाएं बरामद की हैं, वहीं दूसरी तरफ अवैध रुप से की जा रही अफीम की खेती का भी पर्दाफाश किया है। जब्त की गई नशीली दवाएं ट्रक ड्राइवर और स्टूडेन्टस को बेची जाती थी। इस गिरोह को पकड़ने के लिए जयपुर ग्रामीण पुलिस ने 'ऑपरेशन हाईवे' के तहत कार्रवाई करते हुए शाहपुरा-कोटपुतली में करीब 1 लाख 87 हजार टेबलेट,183 सिरप और 10 इंजेक्शन बरामद किए हैं। 3 पुलिस थानों में एनडीपीएस एक्ट में 3 मामले दर्ज करते हुए पुलिस इसमें लिप्त 4 कारोबारियों को गिरफ्तार किया है ।
चार गिरफ्तार किए गए
जयपुर ग्रामीण पुलिस ने ऑपरेशन हाइवे के तहत 5 अलग-अलग स्थानों पर बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए प्रतिबंधित नशीली दवाओं का जखीरा पकड़ा है । इसमें करीब 3 करोड़ रुपयों की 1 लाख 87 हजार 416 नशीली टेबलेट,183 सिरप और 10 इंजेक्शन जब्त करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है । पुलिस को मुखबिर के जरिए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 48 पर शाहपुरा के गांव भाबरु के आसपास नशीली दवाइयों को बड़ी मात्रा में बेचे जाने की सूचना मिली थी । इसके बाद इस मामले में गठित संयुक्त विशेष टीम द्वारा गांव भाबरू में रामेश्वर मेडिकोज पर कार्रवाई को अंजाम देते हुए नशीली दवाओं का जखीरा पकड़ा । इस कार्रवाई को अंजाम देने के दौरान कोठपुतली में भी ऐसे कारोबार की सूचना मिली । इसके बाद कोटपूतली के गांव रघुनाथपुरा में भी अवैध दवाइयों का जखीरा बरामद करते हुए कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। इन दवाओं को ट्रक ड्राइवर और कॉलेज-स्कूल के स्टूडेंट्स के अलावा मजदूर को भी बेचा जाता था । पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा ने बताया कि प्रतिबंधित दवाओं में टेबलेट,इंजेक्शन और पीने की दवाईयां शामिल है । पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि लाइसेंस मेडिकल स्टोर की आड में गिरफ्तार कारोबारियों द्वारा पिछले 10 सालों से नशीली दवाएं बेची जा रही थी । इन नशीली दवाइयों की मात्र एक डोज करीब 12 घंटे तक असर रहता है । इस तरह की नशीली दवाइयों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले ट्रक ड्राइवरों,स्कूल-कॉलेजों में पढने वाले छात्रों,युवा वर्ग, बच्चों और मजदूरों को बेचा जा रहा था।
अवैध अफीम की खेती भी पकड़ी
नशीली दवाओं के अलावा जयपुर ग्रामीण पुलिस द्वारा तीन अलग-अलग जगहों पर कार्रवाई करते हुए बड़े पैमाने पर अवैध रूप से की जा रही अफीम की पैदावार का भी भंडाफोड़ किया है। पुलिस महानिरीक्षक एस. सेंगाथिर और एसपी शंकर दत्त शर्मा ने बताया कि गेंहू,सरसों समेत अन्य फसलों के बीच में अवैध अफीम की खेती की जाती है । उन्होंने बताया कि जोबनेर में दूधवालों की ढाणी में गेंहू की फसल के बीच अफीम के 15 हजार 878 पौधे बरामद किए हैं, जबकि दूसरे खेत में गेंहू और प्याज की फसल के बीच अफीम के 350 पौधे बरामद किए हैं। इसी तरह जोबनेर के ब्राम्हणों की ढाणी गांव में कार्रवाई करते हुए एक खेत से 275 पौधे और 400 सूखे पौधे बरामद किए हैं। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जबकि दो फरार होने में कामयाब हो गए हैं।