पीएम मोदी से प्रेरित होकर अलवर के छात्र ने प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए बनाए 12 मोबाइल एप
राजस्थान में अलवर जिले के एक छोटे से गांव मौजपुर लक्ष्मणगढ़ के 19 वर्षीय छात्र राहिल मोहम्मद ने 12 मोबाइल एप डेवलप किए है।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में अलवर जिले के एक छोटे से गांव मौजपुर लक्ष्मणगढ़ के 19 वर्षीय छात्र राहिल मोहम्मद ने 12 मोबाइल एप डेवलप किए है। राहिल ने किसी बड़े इंस्टीट्यूट से शिक्षा नहीं हासिल की, बल्कि खुद की मेहनत और प्रयास से इतने एप बनाए है।
दरअसल, ग्रामीण मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले राहिल के पिता बसरुदीन खान अध्यापक है। राहिल कि मुताबिक एक दिन घर में टीवी चल रहा था और वह पास के कमरे में किताब पढ़ रहा था। टीवी में दिखाया जा रहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी लंदन के वेमबले स्टेडियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित कर रहे थे। पीएम ने अलवर के एक शिक्षक इमरान का जिक्र किया।
पीएम ने कहा कि अलवर के रहने वाले एक युवा शिक्षक ने इंटरनेट से कंप्यूटर लैंगवेज सीखकर शिक्षा के क्षेत्र में कई मोबाइल एप्लीकेशन बना दिए। शिक्षक को पीएम से मिली तारीफ ने राहिल को भी प्रेरित किया। ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी को देखते हुए राहिल ने ऐसे एप्लीकेशन बनाए है जो ऑफलाइन मोड पर भी चल जाते है ।
प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए बनाया एप
राहिल ने बताया कि खेल-कूद और मौज-मस्ती में समय बिताने के बजाय कंप्यूटर एप्लीकेशन बनाने के लिए जरूरी कंप्यूटर लैंगवेज से खेलना शुरू कर दिया। यूट्यूब एचटीएमएल, सीएसएस,जेऐडब्लूए,एक्सएमएल,पीएचपी जैसी कंप्यूटर लैंग्वेज की बेसिक जानकारी ली। इस दौरान कई कठिनाईयों से गुजरते हुए किसी तरह एक लैपटॉप लिया और आगे के काम में जुटा रहा। इस दौरान राहिल ने शिक्षक इमरान से संपर्क किया और उनकी सहायता से पहली हिंदी ग्रामर एप बनाई और एप्लीकेशन को प्ले स्टोर पर डाला,जिसे बेहद अच्छा रिस्पांस मिला,फिर राहिल ने एक के बाद 12 एप्लीकेशन बना दिए। राहिल ने कुछ दिनों पूर्व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए एक ई-लर्निंग एप तैयार किया है। राहिल को इंटरप्रेन्योर लाइव नैटवर्क ने इंडिया यंग अचीवर्स अवार्ड 2019 से सम्मानित किया है।
राहिल को गूगल भी अपने कांफ्रेंस में बुला चुका है । 17 जून को दिल्ली में आयोजित गूगल वेबमास्टर कॉन्फ्रेंस में राहिल को बुलाया गया था। राहिल के मुताबिक वे अब कुछ ऐसी वेबसाइट पर काम कर रहे है, जहां बच्चे फ्री में सरकारी नौकरी की तैयारी कर सके और वे खुद ही अपना टेस्ट ले कर अनुमान लगा सकें कि अभी उन्हें कितनी और तैयारी करने की ज़रूरत है।