राजस्थान में गांवों की सरकार पर अनिश्चितकालीन ताला
चुनाव को देखते हुए सभी वर्ग अपनी मांगों को लेकर सरकार पद दबाव बना रहे हैं,इसी कड़ी में सरपंचों ने अब आंदोलन शुरू किया है ।
जयपुर, जागरण संवाददाता। गांवों की सरकार कही जाने वाली राजस्थान की सभी 9,891ग्राम पंचायतों पर अनिश्चितकाल के लिए ताला लटका दिया गया। अधिकारों में कटौती मांगे नहीं माने जाने से नाराज सरपंचों ने ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर तालाबंदी कर काम का अनिश्चितकाल के लिए बहिष्कार करने का निर्णय लिया है । सरकार से नाराज सरपंचों ने 26 फरवरी को विधानसभा का घेराव कर महापड़ाव डालने की चेतावनी दी है ।
सरपंच संघ के आंदोलन को देखते हुए प्रदेश के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ सरपंच संघ के पदाधिकारियों की बैठक लेकर विवाद का हल करने का प्रयास किया । हालांकि इस बैठक का कोई हल नहीं निकल सका । सरपंच संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि पिछले तीन साल से उन्हे केवल आश्वासन मिल रहे हैं और उनकी मांगों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई सरकार के स्तर पर नहीं हो पा रही है । सरपंचों की मांग है कि चेक से पेमेंट की व्यवस्था यथावत रखी जाए,इसके साथ ही वीएसआर दर पर सामग्री की खरीद का अधिकार पंचायतों को दिया जाए ।
सरपंच संसाधन उपलब्ध नहीं होने तक ई-पंचायत व्यवस्था लागू नहीं करने,पट्टा नामांतरण और 25 लाख रूपए से कम के कार्य बिना वर्क टेंडर से कराने का अधिकार दिए जाने की मांग कर रहे हैं । उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इसी साल राज्य विधानसभा चुनाव होने है । चुनाव को देखते हुए सभी वर्ग अपनी मांगों को लेकर सरकार पद दबाव बना रहे हैं,इसी कड़ी में सरपंचों ने अब आंदोलन शुरू किया है ।