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अस्पतालों में बढ़ी मांग से इंडस्ट्रीज में ऑक्सीजन की सप्लाई ठप्प, 200 का सिलेंडर बिक रहा 1800 में

बढ़ते कोरोना पीड़ितों के बीच प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की बढ़ी मांग के कारण इंडस्ट्रीज में सप्लाई बंद हो गई है। सप्लाई बंद होने के कारण करीब 15 हजार इंडस्ट्रीज में उत्पादन लगभग ठप्प हो गया। प्रदेश में ऑक्सीजन गैस प्रोडक्शन के करीब दो दर्जन प्लांट्स है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 11:15 AM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 11:15 AM (IST)
अस्पतालों में बढ़ी मांग से इंडस्ट्रीज में ऑक्सीजन की सप्लाई ठप्प, 200 का सिलेंडर बिक रहा 1800 में
कोरोना की भयावह होते हालात के बीच ऑक्सीजन की कमी

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में कोरोना की भयावह होते हालात के बीच ऑक्सीजन की कमी महसूस होने लगी है। बढ़ते कोरोना पीड़ितों के बीच प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की बढ़ी मांग के कारण इंडस्ट्रीज में सप्लाई बंद हो गई है। सप्लाई बंद होने के कारण करीब 15 हजार इंडस्ट्रीज में उत्पादन लगभग ठप्प हो गया।

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ऑक्सीजन प्रोडक्ट करने वाली कंपनियां 90 फीसदी गैस सिलेंडर अस्पतालों में ही सप्लाई कर रही है शेष 10 फीसदी इंडस्ट्रीज को दिया जा रहा है। इंडस्ट्रीज में मांग के मुकाबले काफी कम सप्लाई होने के कारण कंपनियां मनमाने दाम वसूल रही है। इसी बीच राज्य सरकार ने एक बार फिर भिवाड़ी में ऑक्सीजन बनाने वाली कंपनी को फिलहाल दूसरे राज्यों में सप्लाई नहीं देने के लिए कहा है। अस्पतालों में प्रतिदिन करीब 50 हजार लीटर आॅक्सीजन सप्लाई करने के लिए पाबंद किया गया है। निगरानी के लिए सरकार ने कंपनी में तहसीलदार स्तर के अधिकारी को बिठा दिया।

दरअसल, भिवाड़ी की आइनॉक्स प्रोडेक्ट्स प्रा.लि.से पंजाब, दिल्ली, हरियाणा व उत्तरप्रदेश में ऑक्सीजन की सप्लाई होती थी, जिसे आगामी आदेश तक रोक दिया गया है। तिजारा के उपखंड अधिकारी खेमाराम ने बताया कि कंपनी को सख्त हिदायत दी गई है कि यदि निर्देशों का पालन नहीं कर अन्य राज्यों को ऑक्सीजन की सप्लाई की गई तो महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले भी अलवर जिला प्रशासन ने भिवाड़ी में ऑक्सीजन बनाने वाली कंपनी को इसी तरह के निर्देश जारी किए थे।

प्रदेश में ऑक्सीजन गैस प्रोडक्शन के करीब दो दर्जन प्लांट्स है। प्रत्येक प्लांट से 500 से 800 सिलेंडर की सप्लाई हो रही है। रोलिंग मिल, ट्रांसफार्मर निर्माता इकाई, स्टील इंडस्ट्री और रोलिंग मिल में ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत होती है। प्रदेश में ऐसी करीब 15 हजार इंडस्ट्रीज है। इंडस्ट्रीज में 7 क्यूबिक मीटर वाला ऑक्सीजन गैस सिलेंडर काम आता है। अब तक इसकी रेट 200 थी, लेकिन जरूरत बढ़ने पर 1500 से 1800 प्रति सिलेंडर रेट हो गई। 


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