Udaipur News: आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव में उदयपुर के जितेंद्र पटेल रचेंगे इतिहास, 30 घंटे में चलायेंगे 700 किमी साइकिल
उदयपुर के आयरन मैन जितेंद्र पटेल 13 अगस्त को जयपुर से साइकिल यात्रा शुरू करेंगे जो लगभग 700 किलोमीटर की होगी। इस यात्रा के दौरान वह गोल्डन ट्रायंगल बनाएंगे। जयपुर से आगरा तक 220 किलोमीटर आगरा से दिल्ली तक 230 किलोमीटर दिल्ली से जयपुर 270 किलोमीटर का सफर करेंगे।
उदयपुर, जागरण संवाददाता। आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर संपूर्ण देश में विभिन्न आयोजन हो रहे हैं। इसी कड़ी में उदयपुर के आयरन मैन और अल्ट्रा साइकलिस्ट जितेंद्र पटेल एक नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहे हैं। वह आगामी 13 अगस्त को जयपुर से साइकिल यात्रा शुरू करेंगे, जो लगभग 700 किलोमीटर की होगी। इस यात्रा के दौरान वह गोल्डन ट्रायंगल बनाएंगे। इससे पूर्व जितेंद्र आस्ट्रेलिया में आयरनमैन , पेरिस में 1000 किलोमीटर की साइकलिंग के अलावा दिल्ली से मुंबई की 1500 किलोमीटर की यात्रा के साथ कई रिकार्ड अपने नाम कर चुके हैं।
उदयपुर में बुधवार को गोल्डन ट्रायंगल की जानकारी देते हुए जितेंद्र पटेल ने बताया कि वह ‘फिट इंडिया‘ और ‘हर घर तिरंगा‘ अभियान के संदेश को लेकर जयपुर के अमर जवान ज्योति से 13 अगस्त सुबह 5बजकर 45 मिनट पर अपनी गोल्डन ट्रायंगल यात्रा शुरू करेंगे।
इस दौरान उनके साथ क्रू मेंबर में नेशनल लेवल के साइकलिस्ट त्रिलोक कुमार स्वामी, दिग्विजय सिंह, हिमानी पटेल, लवदेव बागड़ी, हीरांश कोठारी भी रहेंगे, जो पीछे कार में उन्हें कवर करेंगे। पटेल ने बताया कि उनकी इस यात्रा को वह इंडिया वर्ल्ड रिकार्ड और इंडिया बुक आफ रिकार्ड में दर्ज करवाएंगे।
जितेंद्र पटेल ने बताया कि शुरुआत में वह जयपुर से आगरा तक 220 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। उसके बाद आगरा से दिल्ली तक 230 किलोमीटर और अंतिम पड़ाव में दिल्ली से जयपुर 270 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। पटेल ने कहा कि मौसम अनुकूल रहा और सब कुछ ठीक रहा तो 30 घंटे में वह इस 700 किलोमीटर के सफर को तय कर एक नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे।
इसी 30 घंटे में उनका टाइम ब्रेक, खाना-पीना, सोना और साइकिल की तकनीकी खराबी भी शामिल है। बारिश की वजह से कोई दिक्कत आती है वो सब इसी 30 घंटे में शामिल होगा।
जितेंद्र पटेल ने बताया कि आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव में वह एक इतिहास रचना चाहेंगे। इंडिया वर्ल्ड रिकार्ड व इंडिया बुक आफ रिकार्ड में अपनी इस साइकिल यात्रा को दर्ज करवाने के लिए उन्हें कई नियमों से गुजरना पड़ेगा। जिसमें जीपीएस डाटा, फोटो-वीडियो, टोल टैक्स स्लीप, क्यू शीट इन सभी प्रमाणों को देखकर उनकी इस साइकिल यात्रा को रिकार्ड के रूप में प्रमाणित किया जाएगा।