मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहनगर जोधपुर में पानी मांगने धरने पर बैठी महिलाओं को मिले डंडे, वीडियो हुआ वायरल
पुरुष पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने लोगों को हिरासत में भी लिया है। पुलिस ने दो महिला व दो पुरुषों को गिरफ्तार किये जाने की बात कही है।
जोधपुर, राज्य ब्यूरो। बढ़ती गर्मी में राजस्थान में पानी की किल्लत को लेकर आए दिन हाहाकार मच रहा है। पानी की मांग कर रही महिलाओं को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह क्षेत्र जोधपुर में पुलिस के डंडे नसीब हुए है। हद तो तब हो गयी जब महिलाओं पर पुरुष पुलिस कर्मियों द्वारा पीटा गया। रविवार को पानी की किल्लत से परेशान होकर बनाड़ क्षेत्र की महिलाओं ने जोधपुर से जयपुर जाने वाले नेशनल हाईवे पर पानी की समस्या को लेकर हाईवे जाम कर दिया।
पानी की समस्या से हो रहा जीवन प्रभावित
महिलाओं का यह कहना है कि पूर्व में कई बार जिला प्रशासन को जलदाय विभाग के कार्मिकों को अवगत करवाने के बाद भी समस्या जस की तस है और कोई भी व्यक्ति सुध नहीं ले रहा है। इधर भीषण गर्मी में लगातार पानी की समस्या से जीवन प्रभावित हो रहा है।
अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए इलाके के वासियों ने ढोल बजाकर सरकार को जगाने का प्रयास किया गया। महिलाएं जयपुर जोधपुर हाईवे पर बैठ गयी। जिसकी जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर महिलाओं को वहां से खदेड़ा। पुलिस के बल प्रयोग करते समय महिला पुलिस कर्मी नहीं थी।
पुरुष पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने लोगों को हिरासत में भी लिया है जिसको बनाड़ थाने ले जाया गया है। पुलिस ने दो महिला व दो पुरुषों को गिरफ्तार किये जाने की बात कही है, लेकिन पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में जबरदस्त रोष है।
ये कहना है पुलिस का
बनाड़ थानाधिकारी सीताराम खोजा के अनुसार करीब 70-80 महिलाओं व कुछ पुरुषों ने मिलकर पानी की समस्या को लेकर खोखरिया फाटक के पास जयपुर मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया था पुलिस द्वारा समझाने पर कुछ महिलाएं व पुरुष तो हट गए परन्तु कुछ महिलाएं ज्यादा ही उत्तेजित हो कर अन्यों को भी भड़का रही थी तथा कुछ व्यक्ति भी बदमाशी कर रहे थे तथा रास्ता चालू करने नहीं दे रहे थे।
पुलिस स्टाफ जिसने महिलायें भी शामिल थी ने महिलाओं को हटाकर रास्ता चालू करवाया। इस दौरान दो महिला व दो पुरुषों को गिरफ्तार किया गया था। लाठी चार्ज नहीं किया गया।