Rajasthan: गुलाब चंद कटारिया ने रणधीर सिंह भींडर की चुनौती का इस तरह दिया जवाब
Rajasthan गुलाबचंद कटारिया ने रणधीर सिंह भींडर के वल्लभनगर विधानसभा से चुनाव लड़ने की चुनौती का जबाव देते हुए कहा कि यदि पार्टी मुझे यहां से चुनाव लड़ने को कहे तो वह यहां से भी जीतकर बता देंगे।
उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कद्दावर नेता व राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। अपने एक और बयान को लेकर वह फिर चर्चा में आ गए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि यदि देश में भाजपा नहीं होती तो भगवान राम आज समुद्र में होते। कटारिया वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र के बाठेड़ा खुर्द में सामुदायिक भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने लोगों से कहा कि सड़क व नालियां तो और भी बन जाएंगी, लेकिन भगवान राम को नहीं बचा पाएंगे तो आप किसको कोसेंगे। उन्होंने इससे आगे भी कहा कि हमारे व आपके बाप और दादा ने तलवार नहीं उठाई होती तो आज हम जनेऊ पहनने लायक नहीं रह पाते। कटारिया ने कहा कि जहां मैं आज पहुंचा हूं, इसके लिए बहुत मेहनत की है। जवानी में 18 महीने जेल में बिताए। लोगों ने मुझे पागल तक कहा, लेकिन मैं जूझता रहा और आज यहां आपके सामने इस स्थिति में पहुंचा हूं।
उन्होंने कहा कि वह राजनीति में कमाई के लिए नहीं आए। वह देश बचाने तथा राष्ट्र निर्माण के लिए राजनीति में आए। इसीलिए आप तय करें कि आपको किनके साथ रहना है। देशद्रोहियों के साथ या हमारे साथ। देशद्रोहियों का साथ दिया होता तो भगवान राम आज समुद्र में होते और तुम्हें उन्हें याद करने के लिए समुद्र में जाना होता तथा मरना पड़ता। इसीलिए यह याद रखें कि आपको राष्ट्रवादियों का साथ देना होगा और सत्ता में भाजपा को ही लाना होगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जनता किसी तीसरे के बहकावे में नहीं आए, केवल भाजपा या कांग्रेस को ही वोट दे।
जनता सेना के रणधीर सिंह पर साधा निशाना
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कांग्रेस ही नहीं, बल्कि जनता सेना के सुप्रीमो पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि रणधीर सिंह तो राज परिवार से आते हैं और मैं गरीब बनिए का बेटा हूं। मास्टर की नौकरी के बाद भाजपा में आया और आज भी सामान्य कार्यकर्ता की तरह काम कर रहा हूं। उन्होंने रणधीर सिंह भींडर के वल्लभनगर विधानसभा से चुनाव लड़ने की चुनौती का जबाव देते हुए कहा कि यदि पार्टी मुझे यहां से चुनाव लड़ने को कहे तो वह यहां से भी जीतकर बता देंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले दो बार के विधानसभा चुनाव में वल्लभनगर विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी जमानत तक नहीं बचा पाए। एक बार यहां जनता सेना के सुप्रीमो रणधीर सिंह भींडर निर्वाचित हुए, जबकि मौजूदा विधानसभा के लिए कांग्रेस के गजेंद्र सिंह शक्तावत विजयी रहे। इस बार भींडर यहां सैकड़ों मतों से पराजित हुए, जबकि भाजपा प्रत्याशी जमानत तक नहीं बचा पाया। शक्तावत के निधन के चलते यहां उपचुनाव होने हैं। रणधीर सिंह भींडर पूर्व में भाजपा से दो बार विधायक निर्वाचित हो चुके थे और गुलाब चंद कटारिया से विवाद के बाद उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी। जबकि भींडर की पत्नी महिला भाजपा की प्रदेश पदाधिकारी है।