गहलोत ने पीएम मोदी को लिखा पत्र -टिड्डी नियंत्रण के लिए पाक से बात करने का आग्रह किया
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर प्रदेश के विभिन्न जिलों टिड्डी दलों के प्रकोप से प्रभावी तरीके से निपटने का आग्रह किया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर प्रदेश के विभिन्न जिलों टिड्डी दलों के प्रकोप से प्रभावी तरीके से निपटने का आग्रह किया है। गहलोत ने कहा कि टिड्डी नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार को पाकिस्तान सहित अन्य पड़ौसी देशों से बात कर समन्वय स्थापित करे। गहलोत ने आग्रह किया कि पड़ौसी देशों के संबंधित संगठनों को टिड्डी नियंत्रण के कारगर प्रयास करने के लिए बड़ा कदम उठाना चाहिए।
गहलोत ने पत्र में लिखा कि प्रदेश के जैसलमेर,बाड़मेर,श्रीगंगानगर,जालौर,सिरोही,बीकानेर,हनुमानगढ़ आदि जिलों में टिड्डी दलों का आगमन लगातार जारी है । इससे किसानों की फसल खराब हो रही है । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यह देखे कि पाकिस्तान सहित अन्य पड़ौसी देशों में टिड्डी नियंत्रण को लेकर प्रयास किए जाएं।
गहलोत ने मोदी और शाह पर निशाना साधा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम कहते हैं एनआरसी पर कोई चर्चा नहीं हुई है,वहीं गृहमंत्री चार माह से कह रहे हैं कि पूरे देश में इसे लागू करके रहूंगा। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के बयानों में इस तरह का बड़ा फर्क नहीं होना चाहिए। उन्होंने जयपुर के रविंद्र मंच पर राष्ट्रीय फैडरेशन आॅफ भारतीय महिलाओं के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून दोनों ही प्रेक्टिकल नहीं है। राज्य में इसे लागू नहीं किया जाएगा।
नोटबंदी और जीएसटी की चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार ने पूरे देश को लाइनों में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नागपुर से चल रही है। उन्होंने कहा कि आज देश में असहमति का मतलब राष्ट्रदोह हो गया है । गहलोत ने कहा कि गुजरात में शराब बंदी की सही ढंग से पालना नहीं हो रही है। गुजरात के घर-घर में शराब पी जा रही है। वहां के मुख्यमंत्री को पड़ौसी राज्यों से बात कर इसे बंद करने के लिए योजना बनानी चाहिए। उन्हे हमारे अलावा,हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों से बात करनी चाहिए। महिला सशक्तिकरण को लेकर प्रदेश में किए जा रहे कार्यों की चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार हमेशा से महिलाओं के सम्मान की पक्षधर रही है।