मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले- पायलट मेरी बिना इजाजत विदेश चले जाते थे, हमेशा मनमानी की
गहलोत का कहना है कि पायलट यदि अब भी आते हैं तो मैं उन्हे गले लगा लूंगा। मेरा उनके परिवार से 40 साल से संबध है। उनके पिता स्व.राजेश पायलट व मां रमा पायलट से काफी अच्छे संबंध रहे।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि सचिन पायलट बिना अनुमति लिए विदेश चले जाते थे,जबकि किसी भी मंत्री को विदेश जाने से पहले सीएम की अनुमति लेना जरूरी होता है। गहलोत ने कहा कि डेढ़ साल उप मुख्यमंत्री रहते हुए पायलट ने कभी मेरी बात नहीं मानी, मनमानी की। लेकिन फिर भी मैने इसे नजरअंदाज किया। एक मंत्री को मुख्यमंत्री से बात तो करनी चाहिए। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि पायलट यदि अब भी आते हैं तो मैं उन्हे गले लगा लूंगा। मेरा उनके परिवार से 40 साल से संबध है। उनके पिता स्व.राजेश पायलट व मां रमा पायलट से काफी अच्छे संबंध रहे। गहलोत ने कहा कि जब मैं स्व.राजेश पायलट के घर जाता था तो सचिन पायलट 3 साल के थे। मैंने उन्हे हमेशा परिवार का सदस्य माना। मैं 40 साल पहले सांसद बन गया था।
गहलोत ने एक बातचीत में सचिन पायलट पर हमला बोलते हुए कहा कि इनके पास क्या सामान है। इनके पास केवल 15-17 विधायक हैं। ये लोग हरियाणा सरकार की मेजबानी में दस दिन तक मानेसर में बैठे थे, लेकिन शुक्रवार को राजस्थान एसओजी जैसे ही वहां पहुंची तो उन्हे होटल के पीछे के दरवाजे से बाहर निकाल दिया गया। गहलोत ने कहा कि ये पायलट के साथ मौजूद कई विधायक वापस आना चाहते हैं, लेकिन हरियाणा पुलिस उन्हे आने नहीं दे रही है। भाजपा सरकार गिराने में जुटी हुई है।
गद्दारी नहीं करनी चाहिए, जिस पार्टी ने आपको सबकुछ दिया
गहलोत ने कहा कि जिस पार्टी ने आपको सबकुछ दिया है, उससे गद्दारी नहीं करनी चाहिए। घर के झगड़े घर में ही निपटते हैं। लेकिन घर के झगड़ों में विरोधियों का सहयोग लोगे तो वह ठीक नहीं है। गहलोत ने कहा कि जनता उन्हे कभी नहीं माफ करेगी। डेढ़ साल में कई बार पायलट ने सरकार को गिराने का प्रयास किया।
भाजपा के साथ मिलकर षडयंत्र किया गया। राज्यसभा चुनाव के दौरान स्व.राजेश पायलट की पुण्यतिथि के मौके पर ही दौसा से सीधे विधायकों को हरियाणा और दिल्ली ले जाने का कार्यक्रम बनाया था, लेकिन हम लोगों की सजगता ने इसे फेल कर दिया। अब फिर भाजपा के सहयोग से अपनी ही पार्टी की सरकार को गिराने में जुट गए तो पार्टी को कठोर निर्णय लेना पड़ा और उन्हे उप मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से बर्खास्त किया गया।
गहलोत ने कहा कि मैने 40 साल से अधिक समय तक संघर्ष किया, पार्टी के लिए काम किया तो मुख्यमंत्री पद तक पहुंचा। उन्होंने कहा कि मैं 28 साल में सांसद, 34 साल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष और तीन बार कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव, केंद्रीय मंत्री और तीसरी बार मुख्यमंत्री बना हूं। लेकिन कभी पद के लिए काम नहीं किया, पार्टी ने जो काम दिया उसे मेहनत से किया।
कांग्रेस का आरोप, हरियाणा पुलिस ने बागी विधायकों को चोर दरवाजे से बाहर निकाला
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि राजस्थान एसओजी की टीम शुक्रवार को विधायकों की खरीद-फरोख्त और ऑडियो मामले में बागी विधायक भंवरलाल शर्मा व विश्वेंद्र सिंह पूछताछ करने के लिए मानेसर गई थी। लेकिन हरियाणा पुलिस ने उसे जब तक आईटीसी होटल के बाहर रोके रखा जब तक कि विधायकों को पीछे के दरवाजे से बाहर नहीं भेज दिया। एसओजी की टीम होटल के बाहर खड़ी रही और हरियाणा पुलिस ने विधायकों को चोर दरवाजे से बाहर भेज दिया। परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जो कुछ मानेसर में हुआ उसे पूरे देश ने देखा।
उन्होंने कहा कि पायलट पहले कह रहे थे 30 विधायक हमारे साथ हैं,लेकिन अब कहां गई वो संख्या। भाजपा प्रवक्ता संबिता पात्रा का झूठ बोलने का जनरेटर बताते हुए खाचरियावास ने कहा कि उन्होंने कभी सत्य बोला ही नहीं । उन्होंने कहा कि बागी विधायक अब भी वापस आ सकते हैं,नहीं तो उनकी गिनती 35 करोड़ में बिके लोगों में होगी। चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं पर आयकर विभाग केंद्र सरकार के इशारे पर छापे मार रहा है ।