Mob Lynching: राजस्थान में मॉब लिंचिंग और ऑनर किलिंग के लिए कानून बनाएगी गहलोत सरकार
Gehlot Government. राजस्थान में गहलोत सरकार मॉब लिंचिंग और ऑनर किलिंग के लिए कानून बनाएगी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। मॉब लिंचिंग (उन्मादी भीड़ की हिंसा) और ऑनर किलिंग की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए राजस्थान सरकार एक कानून बनाएगी। पिछले एक साल में मॉब लिंचिंग की प्रदेश में हुई घटनाओं पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार सख्त कानून बनाने जा रही है, जिससे अपराधियों पर शिकंजा कसेगा। बजट पर हुई बहस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि कानून बनाने को लेकर गृह, विधि व पुलिस महकमें के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने मिलावटियों पर नकेल कसने के लिए अलग से एक विशेष सेल बनाने की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में चिकित्सा एवं खाद्य विभाग मिलावाटियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन अब मिलावाटियों से सख्ती से निपटने के लिए अलग से विशेष सेल बनाने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एंजियोग्राफी भी नि:शुल्क करने की घोषणा की। अब तक सीटी स्कैन, एमआरआइ फ्री होती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब सभी बीपीएल परिवारों की बेटियों के विवाह के लिए सरकार की ओर से कन्यादान योजना के तहत 21 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। अब तक अनुसूचित जाति और जनजाति के बीपीएल परिवारों को ही इस सुविधा का लाभ मिल रहा था।
उन्होंने झुंझुनू में स्पोर्ट्स यूनिर्विसटी बनाने, 25 नए कॉलेज, दो कृषि महाविद्यालय और एक नया लॉ कॉलेज खोलने की भी घोषणा की। उन्होंने बताया कि दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर की तर्ज पर जयपुर में बनने वाले राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के जीवन पर आधारित ई-लाइब्रेरी खोली जाएगी । इसके लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
सरकार को बताया जनता का ट्रस्टी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और जनप्रतिनिधि जनता के ट्रस्टी हैं। यही मानकर सरकार काम कर रही है। सरकार संवेदनशील, पारदर्शी और जवाबदेही प्रशासन देने के साथ ही जनहित के मुद्दों को ध्यान में रखकर निर्णय लेगी। लोकसभा चुनाव की चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा कि चुनाव मुद्दों पर नहीं, बल्कि सेना, धर्म और राष्ट्रवाद के नाम पर लड़ा गया। इन मुद्दों के आधार पर चुनाव जीतने में भाजपा कामयाब हो गई, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव जीतने के बाद संसद में अपनी भाषा बदल ली। केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाने और पीएम द्वारा इस मौके पर सांसदों को अपने क्षेत्र में पदयात्रा करने के लिए कहने पर कटाक्ष करते हुए गहलोत ने कहा कि इस तरह के निर्णय करने से पहले कम से कम महात्मा गांधी की जीवनी तो पढ़ लेते। उन्होंने कहा कि यह सबको पता है कि महात्मा गांधी की हत्या किसने की।