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1971 War: गजेंद्र सिंह शेखावत बोले, 1971 की हार से शत्रु राष्ट्र अब तक नहीं उबर सका

Rajasthan गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि युद्धों के इतिहास में भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 की जंग को 13 दिन की छोटी लड़ाई बताया गया लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि जिस प्रकार 18 दिनों तक चले महाभारत का युद्ध हमारी संस्कृति के लिए जरूरी था।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2020 08:55 PM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2020 08:55 PM (IST)
1971 War: गजेंद्र सिंह शेखावत बोले, 1971 की हार से शत्रु राष्ट्र अब तक नहीं उबर सका
गजेंद्र सिंह शेखावत बोले, 1971 की हार से शत्रु राष्ट्र अब तक नहीं उबर सका।

जोधपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि युद्धों के इतिहास में भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 की जंग को 13 दिन की छोटी लड़ाई बताया गया, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि जिस प्रकार 18 दिनों तक चले महाभारत का युद्ध हमारी संस्कृति के लिए जरूरी था, उसी प्रकार इस देश के भविष्य के लिए लड़ा गया 13 दिन का युद्ध भी जरूरी था। इस युद्ध में सीमा सुरक्षा बल ने जिस अदम्य साहस का परिचय दिया। 50 वर्ष बीत जाने के बाद भी शत्रु राष्ट्र की सेना और उसके राष्ट्राध्यक्ष उबर नहीं सके हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस प्रकार भारत प्रगति कर रहा है, उससे भी शत्रु राष्ट्र असहज होता रहा है, लेकिन ऐसे में हमारी भी जिम्मेदारी बढ़ी है।

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सोमवार को सीमा सुरक्षा बल की 104 बटालियन के कार्यक्रम में शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष लोंगेवाला पोस्ट पर जवानों के साथ दीपावली मनाई। प्रधानमंत्री द्वारा कही गई बात को शेखावत ने दोहराते हुए कहा कि इला न देणी आपणी, हालरिया हुलराय। पूत सिखावै पालनैं, मरण बड़ाई माय, यानी हमारे यहां बच्चे को पालने में ही शिक्षा दी जाती है कि अपनी धरती के एक इंच हिस्से पर भी शत्रु का पैर नहीं पड़ना चाहिए। देश के 130 करोड़ लोगों को आह्वान करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब सीमा पर खड़ा जवान पीछे मुड़ कर देखे तो उसे यह अहसास होना चाहिए कि वह अकेला नहीं, बल्कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है। हमें इस जिम्मेदारी और इस भाव को जगाना होगा।

देशभक्ति का उल्लेख करते हुए शेखावत ने कहा कि महाभारत के पांचवें सर्ग में लिखा है कि देश की सीमाएं माता के वस्त्रों के समान होती हैं, जिस प्रकार माता के वस्त्रों की पवित्रता बनाएं रखना प्रत्येक पुत्र का कर्तव्य है, उसी देश की सुरक्षा में जवानों के साथ ही देश के प्रत्येक नागरिक की भी यही जिम्मेदारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व हम नया भारत-शक्तिशाली भारत बनाने की ओर अग्रसर हैं।

कार्यक्रम में 1971 की जंग में शामिल रहे भैरों सिंह, शिव सिंह, पृथ्वी सिंह, गोकुल सिंह और भंवर सिंह का सम्मान किया गया। बैटन रिले रेस में 930 महिला और पुरुष जवानों ने भाग लिया। बीकानेर सेक्टर के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह ने बैटन रिले दौड़ में 180 किलोमीटर तक दौड़ लगाई। कार्यक्रम में सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटियर के महानिरीक्षक आयुष मनी तिवारी, बीकानेर सेक्टर के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह, अनूपगढ़ के विधायक संतोष सिंह सहित सैकड़ों जवान और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।


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