Rajasthan: 43 साल बाद 21 जजों ने एक साथ हाईकोर्ट की जोधपुर मुख्यपीठ में की सुनवाई
Rajasthan High Court . इमरजेंसी में हाईकोर्ट की जयपुर बेंच गठित होने के 43 साल बाद चीफ जस्टिस इंद्रजीत महांति सहित सभी 21 जजों ने एक साथ जोधपुर मुख्यपीठ में सुनवाई की।
जोधपुर, जेएनएन। Rajasthan High Court . राजस्थान हाई हाईकोर्ट के नए भवन में सोमवार को मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत माहंति सहित सभी न्यायाधीशों ने एक साथ सुनवाई की। इसके लिए आज जयपुर पीठ में अवकाश रहा। इमरजेंसी में हाईकोर्ट की जयपुर बेंच गठित होने के करीब 43 साल बाद पहली बार सोमवार को चीफ जस्टिस इंद्रजीत महांति सहित सभी 21 जजों ने एक साथ जोधपुर मुख्यपीठ में सुनवाई की। इससे पहले जोधपुर के हाईकोर्ट के हेरिटेज भवन से सभी जजों को विदाई दी गई, जिसमे जजों समेत हाईकोर्ट की दोनों असोसिएशन से अधिवक्ताओं , पदाधिकारियों ने शिरकत की। इस मौके पर सीजे ने राजस्थान हाईकोर्ट के नए भवन में पेपरलेस काम शुरू किए जाने की बात कही।
राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन और लॉयर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित हाईकोर्ट जजों के संयुक्त विदाई समारोह में बातचीत करते हुए मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत माहंति ने आगामी छह महीने से एक साल के भीतर नए हाईकोर्ट के पेपर लेस काम करने की घोषणा की। उन्होंने कहा की एक वर्ष के भीतर ई - कोर्ट , ई - फाइलिंग , ई फैसला सहित सभी न्यायिक कार्य ऑनलाइन करने के लिए सकारात्मक प्रयास किए जाएंगे।
इसके साथ ही पुराने हाईकोर्ट भवन के मुख्य गेट पर सुबह आयोजित समारोह में मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महांति व अन्य न्यायाधीशों को विदा किया गया। इसके बाद सोमवार से नए हाईकोर्ट भवन में भी सुनवाई शुरू हो गई ।
मुख्य न्यायाधीश ने उम्मीद जताई कि नए भवन में मिली अत्यधनिक सुविधाओं का प्रयोग आमजन को न्याय दिलाने में मदद करेगी। विदाई समारोह में वकीलों के दोनों संगठनों के पदाधिकारियों ने मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत माहंति सहित साहत सभी न्यायाधीशों को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार प्रकट किया। पुलिस ने बैंड के साथ मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत माहंति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद सभी न्यायाधीशों ने झालामंड स्थित नए हाईकोर्ट भवन के लिए प्रस्थान किया ।
फुल कोर्ट की बैठक
एक दिन पहले ही यहां राजस्थान हाईकोर्ट के नए भवन में हाइकोर्ट फुल कोर्ट की बैठक आयोजित हुई थी। जस्टिस इंद्रजीत महांति के राजस्थान हाइकोर्ट के मुख्य नयायाधीश बनने के बाद उनकी अध्यक्षता में यह पहली फुल कोर्ट की बैठक थी। बैठक में प्रदेश की न्यायपालिका को मजबूत करने के लिए एक विजन तैयार करने , लोअर ज्यूडिशरी में वैकेंसी को भरने, हाइकोर्ट की विभिन्न कमेटियों के पनर्गठन ,हाइकोर्ट में जजों की नियुक्ति को लेकर चर्चा की गई।