वायुसेना के अचूक निशानों से थर्राया "थार "
युद्ध की तैयारियों को परखने के लिए भारतीय वायुसेना के युद्धाभ्यास गगन शक्ति 2018 से राजस्थान का थार थर्रा उठा।
जयपुर, जागरण संवाददाता। युद्ध की तैयारियों को परखने के लिए भारतीय वायुसेना के युद्धाभ्यास "गगन शक्ति-2018" से राजस्थान का "थार" थर्रा उठा। लडाकू विमानों के अचूक निशानों और धमाकों के बीच रेत के गुब्बार वायुसेना की शक्ति को दर्शा रहे हैं।
वायुसेना का युद्धाभ्यास गगन शक्ति पाक सीमा के निकट राजस्थान में जैसलमेर जिले की पोकरण फायरिंग रेंज में रविवार से शुरू हुआ और मंगलवार को तीसरे दिन सुबह हुए युद्धाभ्यास के दौरान वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने के करतब दिखाए । 22 अप्रैल तक चलने वाले युद्धाभ्यास में 1100 से अधिक विमान, हेलिकॉप्टर और 1500 वायुसैनिकों के शामिल होने की बात वायुसेना द्वारा कही गई है । वायुसेना गगन शक्ति को अब तक का सबसे बड़ा युद्भाभ्यास बता रही है।
जानकारी के अनुसार युद्धाभ्यास के दौरान एयर सपोर्ट,नेटवर्क सैट्रिक वॉरफेयर अटैक,काउंटर अटैक,सेना के दूसरे अन्य अंगों के साथ संयुक्त आॅपरेशन जैसी बातों पर जोर दिया जा रहा है। देश में ही बना स्वदेशी सुखाई,मिग-29,जगुआर और मिराज जैसे लडाकू विमान युद्दाभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं । इस युद्धाभ्यास की खास बात यह है कि वायुसेना में ही अपनी और दुश्मन की वायुसेना बनाई गई अर्थात व्हाइट फोर्स,रेड फोर्स और ब्लू फोर्स । भारत की ब्लू फोर्स और रेड़ फोर्स दुश्मन की वायुसेना की मानी जा रही है । व्हाइट फोर्स की भूमिका रैफरी की है ।युद्धाभ्यास के दौरान रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के भी पोकरण पहुंचने का कार्यक्रम बताया जा रहा है ।