डाॅक्टरों को ऋण दिलवा कर ठगी करने वाले गिरोह के तीन गिरफ्तार Jaipur News
Fraud in Jaipur. राजस्थान के जयपुर में डाॅक्टरों को ऋण दिलवा कर ठगी करने वाला गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के जयपुर में पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने डाॅक्टरों को ऋण दिलवाकर शेयर मार्केट में निवेश करवाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के तीन अभियुक्तों को गिरफतार किया है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एटीएस व एसओजी अनिल पालीवाल ने बताया कि विगत दिनों एसओजी म काफी संख्या में चिकित्सकों ने शिकायत दर्ज करवाई कि कुछ लोगों द्वारा संगठित गिरोह बनाकर कई जिलों के चिकित्सकों के साथ ऋण दिलवाने के नाम पर ठगी की जा रही है।
पालीवाल ने बताया कि मामले की जांच के बाद पुलिस ने संगठित गिरोह के सदस्य अमित शर्मा, डॉ रामलखन डिसानिया व नेहा जैन को गिरफ्तार किया है। यह तीनों जयपुर के रहने वाले है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि उपरोक्त तीनों अभियुक्त रामलखन डिसानिया के डाॅक्टर होने का फायदा उठाते थे और चिकित्सकों से संपर्क करते है। उन्हें बड़े होटलों में मीटिंग व पार्टियॉ आयोजित कर बुलाते थे और यहां उनका पैसा शेयर मार्केट में निवेश करने का लालच देते थे। इनके साथ जुड़े कुछ लोग चिकित्सकों को बैंकों व वित्तीय संस्थाओं से भारी ऋण उपलब्ध करवाते हैं। इसके बाद उक्त ऋण के पैसों को स्वयं द्वारा संचालित व्यवसाय में निवेश करवा देते हैं। डाॅक्टरों को प्रतिमाह दस हजार से एक लाख रुपये तक के मुनाफे का लालच दिया जाता है। ऋण की मासिक ईएमआई भी उसी मुनाफे की रकम से चुकाने का झांसा दिया जाता है।
पालीवाल ने बताया कि इन्होंने जयपुर के सबसे महंगे माने वाले माॅल वर्ल्ड ट्रेड पार्क में एक ऑफिस भी खोल रखा है। अभियुक्तों द्वारा चिकित्सकों को जल्द ही फार्मा, माइनिंग व प्रॉपर्टी में निवेश कर भारत की प्रसिद्ध फर्म बनने का भी झांसा दिया गया। ये अभियुक्त चिकित्सकों को आकर्षित करने के लिए ईएमआई के अतिरिक्त लाभ से आई फोन, महंगी कारें जैसे ऑडी, बीएमडब्ल्यू आदि कम ब्याज पर दिलवाने का प्रलोभन भी देते थे। माना जा रहा है कि इस तरह इन्होंने डाॅक्टरों के करोड़ों रुपये ठगे हैं। अभियुक्तों से गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में गहन पूछताछ जारी है।