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Rajasthan : बाहर न निकलने देने पर मेवाड़ विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों ने जमकर मचाया हंगामा

चित्तौड़ग़ढ़ जिले के गंगरार स्थित मेवाड़ विश्वविद्यालय में गुरुवार को विदेशी छात्रों ने जमकर हंगामा मचाया तथा विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया।

By Vijay KumarEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 06:35 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 06:35 PM (IST)
Rajasthan : बाहर न निकलने देने पर मेवाड़ विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों ने जमकर मचाया हंगामा
Rajasthan : बाहर न निकलने देने पर मेवाड़ विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों ने जमकर मचाया हंगामा

उदयपुर। चित्तौड़ग़ढ़ जिले के गंगरार स्थित मेवाड़ विश्वविद्यालय में गुरुवार को विदेशी छात्रों ने जमकर हंगामा मचाया तथा विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। बाद में पुलिस तथा प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में समझाइश के बाद ताला खोला गया तथा विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस तैनात की गई। मेवाड़ विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में सूडान, नाइजीरिया, जिम्बाब्वे, यमन आदि देशों के छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।

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कोरोना महामारी फैलने के बाद भी वह विश्वविद्यालय के हॉस्टल में ही रहे तथा अपने देश नहीं लौटे।गुरुवार सुबह विदेशी छात्रों के एक समूह ने विश्वविद्यालय में हंगामा शुरू कर दिया तथा विश्वविद्यालय के गेटों पर ताले जड़ दिए। उनका आरोप है कि कोरोना महामारी के बीच विदेशी छात्र-छात्राओं के साथ सौतेला व्यवहार क‍िया जा रहा है। उन्हें विश्वविद्यालय से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है जबकि राजस्थान के अन्य हिस्सों से रहने वाले छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय से बाहर जा सकते हैं। यहां तक वह गंगरार तथा चित्तौडग़ढ़ जाते-आते रहते हैं।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान उनके लिए जबरन मौखिक नियम बताकर एक तरह से बंदी की तरह रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि सभी विद्यार्थियों को रोका जाता है तो उन्हें आपत्ति नहीं है। वह कोरोना महामारी के चलते पूरी तरह नियमों की पालना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंगरार तथा चित्तौडग़ढ़ में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले के दौरान वहां से आने वाले शिक्षकों पर भी रोक लगानी चाहिए।

इधर, विश्वविद्यालय में हंगामे की जानकारी मिलते ही गंगरार थानाधिकारी पुलिस जाब्ता के साथ पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ मिलकर वार्ता रखी गई, जिसमें तय किया गया कि कोरोना महामारी के लिए जो नियम विश्वविद्यालय लागू करेगा, वह प्रत्येक विद्यार्थी चाहे वह भारत का हो या विदेशी, साथ ही विश्वविद्यालय कर्मचारियों पर भी एक समान लागू होगा। लगभग चार घंटे तक चली वार्ता के बाद विदेशी छात्र माने तथा उन्होंने विश्वविद्यालय कैम्पस में लगाए ताले खोल दिए।


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