7 साल में ऐसा पहली बार, कांग्रेस स्थापना दिवस समारोह में शामिल नहीं हुए पायलट, सामने आई वजह
राजस्थान कांग्रेस का सियासी घमासान ऊपरी तौर पर ही शांत नजर आ रहा है अंदर ही अंदर अभी भी नेताओं में खींचतान जारी है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सही तरह से बातचीत अब तक शुरू नहीं हो सकी है ।
जागरण संवाददाता,जयपुर! राजस्थान कांग्रेस का सियासी घमासान ऊपरी तौर पर ही शांत नजर आ रहा है, अंदर ही अंदर अभी भी नेताओं में खींचतान जारी है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सही तरह से बातचीत अब तक शुरू नहीं हो सकी है । इसी बीच पिछले 7 साल में ऐसा पहली बार हुआ है कि पायलट कांग्रेस स्थापना दिवस पर सोमवार को आयोजित समारोह में शामिल नहीं हुए । जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित समारोह में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ध्वजारोहण किया था ।
ध्वजारोहण के बाद निकाली गई तिरंगा यात्रा में भी वे शामिल नहीं हुए । पायलट की गैर मौजूदगी कांग्रेसियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है । मंगलवार को सचिवालय स्थित मंत्रियों के कक्षों व प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेसियों में पायलट की गैर मौजूदगी की चर्चा रही । पायलट की गैर मौजूदगी को कुछ माह पूर्व प्रदेश कांग्रेस में हुए सियासी घमासान से जोड़कर देखा जा रहा है । वैसे साल 2014 के बाद पार्टी का यह पहला स्थापना दिवस था वे प्रदेश अध्यक्ष नहीं है । उधर पायलट के निकटस्थों का कहना है कि वे जयपुर में नहीं है। दो दिन से दिल्ली में होने के कारण प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके ।
उल्लेखनीय है कि अगले कुछ दिनों में राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल,राजनीतिक नियुक्तियां व प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी गठित होनी है । इन सबको लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन दो दिन पहले जयपुर आकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पायलट के साथ चर्चा कर के गए थे । माकन के दिल्ली पहुंचने के बाद पायलट भी वहां चले गए । पायलट ने दिल्ली में कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल व माकन से मिलकर अपना पक्ष रखा बताया ।