Rajasthan: जोधपुर मंडल में फॉग सेफ डिवाइस से धुंध और कोहरे में रेल यात्रा हुई सुरक्षित
Rajasthan उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पाण्डेय के निर्देशानुसार कोहरे के मौसम में यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य स्थान तक पहुंचाने को रेलवे जीपीएस आधारित फॉग सेफ डिवाइस का कोहरे वाले खंडों में संचालित सभी रेलगाड़ियों में उपयोग किया जा रहा है।
जोधपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan: बढ़ती सर्दी और क्षेत्र में कोहरे के कारण और अदृश्यता के निवारण के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल में फॉग सेफ डिवाइस का उपयोग किया जा रहा है। यह डिवाइस जीपीएस आधारित है, इससे अत्यधित घने कोहरे के समय रेल संचालन में सहायता मिलेगी और सुरक्षा मानकों में भी इजाफा हुआ है। उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पाण्डेय के निर्देशानुसार, कोहरे के मौसम में यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए रेलवे, जीपीएस आधारित फॉग सेफ डिवाइस का कोहरे वाले खंडों में संचालित सभी रेलगाड़ियों में उपयोग किया जा रहा है। यह आरडीएसओ द्वारा अनुमोदित उपकरण है, जो अत्यधित घने कोहरे के समय रेल संचालन में सहायता करता हैI यह रेल संचालन के समय लोको पायलट को आगे आने वाले सिगनलों व समपार फाटकों की पूर्व चेतावनी देता है, जिससे लोको पायलट घने कोहरे में भी अपनी गाड़ी का संचालन सुगमता से कर सकता है।
इसके प्रयोग से धुंध के दौरान निर्धारित गति से संचालन करते हुए समय की बचत कर यात्रियों को सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचाता है I लोको पायलट समपार फाटकों की स्थिति की पूर्व सूचना मिलने पर अतिरिक्त सावधानी रखी जाती है, जिससे समपार फाटकों की दुर्घटनाओं को भी कम किया जा सका है I इस डिवाइस के उपयोग से लोको पायलट आगे आने वाले सिगनल का नाम मय स्टेशन का पता लगने पर गाड़ी को नियंत्रित करके सिगनल की स्थिति का पता लगाता है, जिसके परिणाम स्वरूप सिगनल के खतरे की स्थिति में होने पर दुर्घटना की संभावना को नगण्य किया जा सकता है I
गोपाल शर्मा ने बताया कि जोधपुर मंडल में अत्यधिक घने कोहरे वाले सेक्शन जोधपुर-फुलेरा, डेगाना-रतनगढ़, मेड़ता रोड-बीकानेर, जोधपुर-फलोदी-जैसलमेर हैं, जहां इनका प्रयोग प्रमुखता से हो रहा है। जोधपुर मंडल में कुल 135 फॉग सेफ डिवाइस उपलब्ध हैं, जो उपरोक्त सेक्शनों में संचालित सभी रेल गाड़ियों के लोको पायलट को आवश्यक रूप से प्रदान की जाती हैं I समय-समय पर मंडल में संचालित गाड़ियों में रेलवे अधिकारियों तथा निरीक्षकों द्वारा फुट प्लेट व औचिक निरीक्षण कर फॉग सेफ डिवाइस की विश्वशनीयता व कार्यशीलता की जांच की जाती है।