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रेगीस्तानी जिलों में बाढ़, माउंट आबू में फंसे दो हजार पर्यटक,पहाड़ से गिरी चट्टानें

जयपुर में बुधवार को रूक-रूक कर हल्की बारिश हुई। बाढ़ प्रभावित जालौर,सिरोही,बाड़मेर और पाली जिलों में स्कूलों की छुट्टियां की गई है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 26 Jul 2017 05:25 PM (IST)Updated: Wed, 26 Jul 2017 05:25 PM (IST)
रेगीस्तानी जिलों में बाढ़, माउंट आबू में फंसे दो हजार पर्यटक,पहाड़ से गिरी चट्टानें
रेगीस्तानी जिलों में बाढ़, माउंट आबू में फंसे दो हजार पर्यटक,पहाड़ से गिरी चट्टानें

जयपुर, [जागरण संवाददाता] । राजस्थान में पिछले चार दिन से हो रही तेज बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए है। अब तक सबसे सुखा क्षेत्र मामले जाने वाला रेगीस्तानी जिला बाड़मेर भी बाढ़ की चपेट में है।

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मंगलवार से हो रही तेज बारिश के चलते यहां दो बधे बांधों से पानी बाहर आने लगा है। माही सागर बांध में सुराख होने से पानी आसपास के गांवों में भर गया। कई घर पानी में डूब गए। जिले में बारिश से हुए विभिन्न हादसों में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ के हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर बाड़मेर पहुंचे जल संसाधन मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

सेना के हैलिकॉप्टरों के माध्यम से पानी के बीच फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। एनडीआरएफ की टीमें भी बचाव कार्य में जुटी है। पाकिस्तान सीमा से सटे रेगीस्तानी जिले बाड़मेर में तेज बारिश और बाढ़ के हालात पर लोगों का कहना है कि कई वर्षो बाद यहां तेज बारिश हुई है। पिछले तीन दिन में बाड़मेर में 200 मीमी.बारिश हुई है। पाली जिले में भी पिछले तीन दिन से चल रहा बारिश का दौर बुधवार को भी जारी रहा। जिले के अधिकांश नदी और नाले उफान पर है। बारिश से होने वाले विभिन्न हादसों में पाली जिले में अब तक तीन लोगों की मौत हुई है। राज्य के एक अन्य रेगीस्तानी जिले जैसलमेर में भी बुधवार को तेज बारिश हुई।इधर राज्य के एक मात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में पिछले पांच दिन से हो रही तेज बारिश के कारण दो हजार पर्यटक यहां अटके हुए है। मंगलवार देर रात भारी बारिश के बीच माउंट आबू से सिरोही जाने वाले मार्ग पर दो बड़ी चट्टानें गिरने से रास्ता अवरूद्ध हो गया। माउंट आबू का आसपास के गांवों और कस्बों से पहले से ही सम्पर्क कटा हुआ है।

तेज बारिश के कारण पहले से ही लोगों बाहर नहीं निकल पा रहे थे और अब चट्टान गिरने के बाद हालात अधिक खराब हो गए। प्रशासन चट्टानों को हटाने के प्रयास में जुटा है,तीन जेसीबी मशीनों के साथ ही मजदूरों को लगाया गया है,लेकिन अधिकारिेयों का कहना है कि चट्टानें बड़ी होने के कारण इन्हे हटाने का काम गुरूवार तक ही पूरा हो सकेगा। यहां फंसे पर्यटकों से होटल मालिक मनमानी दरें वसूल कर रहे है। राजसमंद जिले में भारी बारिश के बाद उफान पर आई गोमती नदी के वेग में मंगलवार देर शाम पांच लोग फंस गए,वहीं बुधवार को राजसमंद झील के पास से निकल रहे चार लोग पैर फिसलने से पानी के बहाव में बह गए इनमें से दो को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया दो की खोज की जा रही है।

सिरोही में बाढ़ के हालात बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी बने हुए है,हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। यहां पानी के तेज बहाव के कारण दिल्ली-कांडला हाइवे पर एक और जिले के विभिन्न हिस्सों में तीन पुलिस टूट गई। सड़कें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। जिले के बासना गांव को खाली कराया गया है। सिरोही के जिला कलेक्टर संदेश नायक ने बताया कि हालात अब नियंत्रण में है।

उदयपुर,चित्तोडगढ़,भीलवाड़ा,प्रतापगढ़ जिलों में भी मध्यम से भारी बारिश का दौर बुधवार को भी जारी रहा। जयपुर में बुधवार को रूक-रूक कर हल्की बारिश हुई। बाढ़ प्रभावित जालौर,सिरोही,बाड़मेर और पाली जिलों में स्कूलों की छुट्टियां की गई है। 


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