रेलवे के फ्रेट कॉरिडोर पर 15 अगस्त से चलेगी पहली ट्रेन, इंजन भी होगा तिरंगा
15 अगस्त को पहली ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। ट्रेन में लगने वाला डीजल इंजन देश के राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों में रंगा जा रहा है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। रेलवे के डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी वेस्टर्न) पर 15 अगस्त को पहली ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। ट्रेन में लगने वाला डीजल इंजन देश के राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों में रंगा जा रहा है। यह काम जोधपुर के रेलवे डीजल शेड को सौंपा गया है।
जोधपुर डीजल शेड में ऐसे दो डीजल इंजन तैयार किए गए है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ईस्टर्न और वेस्टर्न कॉरिडोर का काम 15 चरण में किया जा रहा है।
डीएफसी के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन डीजीएम राजेश खरे ने बताया कि पहले चरण में राजस्थान के फुलेरा से हरियाणा के अटेली के बीच पहली ट्रेन चलेगी।
वेस्टर्न रूट 1504 किलोमीटर का है जो पांच राज्य, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र व उत्तर-प्रदेश से होकर निकलेगा। फ्रेट कॉरिडोर का पूरा काम 21 मार्च 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
अभी माल व यात्री ट्रेन एक ही ट्रैक पर चलती है। इसके चलते कई बार समस्या होती है। अब वेस्टर्न और ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं। इनके बनने से दोनों तरह की ट्रेन के लिए अलग-अलग ट्रैक होंगे और यात्री ट्रेनों का संचालन भी सुगम हो जाएगा।